जयपुर, 23 जनवरी (Udaipur Kiran) । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की विभिन्न टीमों ने गुरुवार को जयपुर, भरतपुर एवं मुरादाबाद यूपी में अल सुबह कार्रवाई करते हुए जयपुर के विद्याधर नगर स्थित जिला परिवहन अधिकारी संजय शर्मा विरूद्ध दर्ज आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में दस विभिन्न ठिकानों पर छापा मारकर तलाशी अभियान चलाया गया ।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पुलिस महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ब्यूरो मुख्यालय को गोपनीय सूत्र-सूचना प्राप्त हुई थी कि जिला परिवहन अधिकारी संजय शर्मा ने भ्रष्टाचार के साधनों से अपने एवं अपने परिजनों के नाम से अपनी वैध आय से आनुपातिक रूप से अधिक चल-अचल सम्पत्तियां अर्जित की है। जिनकी अनुमानित खरीद कीमत करोड़ों रुपयों से अधिक है। इस पर कार्रवाई करते हुए एसीबी की टीम ने मामले का सत्यापन किया और पुष्टि होने पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया। इसके बाद एसीबी की विभिन्न टीमों ने एक साथ, गुरुवार अलसुबह आरोपी के जयपुर, भरतपुर एवं मुरादाबाद यूपी स्थित दस विभिन्न ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई की गई।
जमीन, मकान और विभिन्न पॉलिसीयों में किया निवेश
आरोपी व इसके परिवारजनों के नाम कृष्णा नगर में एक मकान, करणी नगर में एक प्लॉट, अलीगढ उत्तर प्रदेश में एक भूखण्ड, चिड़िया भवन, बिलारी मुरादाबाद उत्तर प्रदेश में 25 बीघा जमीन मिले। इसके अतिरिक्त आरोपी अपने बच्चों की उच्च शिक्षा विदेश में कराने संबंधित दस्तावेज, अनेक बीमा पॉलिसियों में निवेश, दो बैंक लॉकर एवं विभिन्न बैंकों में अनेक बैंक खाते जिनमें लाखों रुपए जमा मिले हैं। विदेश यात्राओं की जानकारी के संबंध में जांच की जा रही है। बैंक लॉकरों की तलाशी लिया जाना बाकी है।
आय से अधिक करोड़ों सम्पतियां अर्जित करने का अनुमान
ब्यूरो के प्राथमिक आकलन, प्रथम सूचना रिपोर्ट एवं अब तक तलाशी में मिले दस्तावेजों के अनुसार आरोपी संजय शर्मा ने अपने सेवाकाल में भ्रष्टाचार के साधनों द्वारा करोड़ों रुपयों की खरीद कीमत की अनेक चल-अचल परिसम्पत्तियां अर्जित करने का अनुमान है। जो उनकी वैध आय से आनुपातिक रूप से कहीं अधिक है इसके अतिरिक्त आरोपी एवं उसके परिजनों द्वारा कई बेनामी परिसंपत्तियों में निवेश के साक्ष्य मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। एसीबी की विभिन्न टीमों द्वारा आरोपी के ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है। मामले में एसीबी द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के प्रकरण में अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran)