देहरादून, 28 दिसंबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड में शीतकाल के दौरान भारी बारिश और बर्फबारी से बाधित होने वाली विद्युत आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) की टीमें हाई अलर्ट मोड पर काम कर रही हैं। प्रबंध निदेशक के निर्देशानुसार क्षेत्रीय इकाइयां युद्धस्तर पर कार्यरत हैं और मुख्यालय में निदेशक (परिचालन) कार्यालय के अंतर्गत एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
इस नियंत्रण कक्ष के माध्यम से पल-पल की विद्युत आपूर्ति की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। क्षेत्रीय मुख्य अभियंता नियमित रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रबंध निदेशक को रिपोर्ट दे रहे हैं। बीती रात खराब मौसम के कारण कई क्षेत्रों में बाधित बिजली आपूर्ति को न्यूनतम समय में बहाल किया गया।
मुख्य तीर्थ और पर्यटन स्थलों पर विशेष ध्यान
शीतकाल में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मसूरी, औली, लैंसडाउन, जोशीमठ, धनोल्टी, ऋषिकेश, हरिद्वार, चमोली, चकराता, टिहरी, देवप्रयाग और चारधाम के शीतकालीन पूजा स्थलों सहित सभी प्रमुख स्थलों पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।
ग्राहक सहायता और तत्परता
उपभोक्ता किसी भी बिजली समस्या के लिए अपने नजदीकी बिजलीघर या केंद्रीयकृत कॉल सेंटर (1912) से संपर्क कर सकते हैं। आकस्मिक स्थितियों से निपटने के लिए कंडक्टर, केबल, पोल, और ट्रांसफार्मर सहित आवश्यक सामग्री सभी क्षेत्रों में उपलब्ध कराई जा रही है।
लाइन निरीक्षण और रख—रखाव पर जोर
प्रत्येक 33/11 केवी उपकेंद्र और 11 केवी फीडरों का निरीक्षण किया जा रहा है। पेड़ों और टहनियों की समय पर लोपिंग-चोपिंग का कार्य सुनिश्चित किया गया है। साथ ही, ट्राली ट्रांसफार्मरों को कार्यशील स्थिति में रखने और आकस्मिकता के लिए तैयार रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण