Uttar Pradesh

यूपी पुलिस ने तीन साल में बचाई 986 लोगों की जान

लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय की तस्वीर

लखनऊ,09 जून (Udaipur Kiran) | यूपी पुलिस ने सोशल मीडिया की मदद सोमवार को लखनऊ के सराेजनी नगर में रहने वाले एक छात्र की जान बचायी है। पुलिस एक जनवरी 2023 से 31 मई2025 तक986 व्यक्तियों की जान बचा चुकी है। लखनऊ के सरोजनी नगर के रहने वाले एक युवक ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। इसमें उसने लिखा कि, मेरी मौत सुबह पांच बजे ट्रेन से होने वाली है। यह टेक्स्ट लिखकर छात्र ने इंस्टाग्राम पर आठ जून की रात्रि तीन बजे के करीब पोस्ट कर दिया। मेटा कंपनी ने इसे संज्ञान लेकर पुलिस मुख्यालय को ईमेल के जरिए अवगत कराया। हरकत में आई सोशल मीडिया सेंटर ने सरोजनी पुलिस को उसका नंबर उपलब्ध कराया। थाना में तैनात उपनिरीक्षक युवक के घर पहुंचे, लेकिन वो वहां पर नहीं मिला तो उसे खोजते हुए रेलवे ट्रैक पर पुलिस टीम के साथ पहुंच गये। पुलिस ने उसे रास्ते से वापस लाकर काफी समझा बुझाकर आत्महत्या करने से रोका । उपनिरीक्षक से पता चला है कि युवक 12वीं का छात्र है। उसकी आनलाइन क्लास चलती है, फोरजी फोन होने के कारण उसे पढ़ाई में दिक्कत होती थी। परिजनों से फाइव जी फोन मांगा, लेकिन नहीं दिया गया। बड़े भाई से बाइक मांगी तो उन्होंने भी मना कर दिया। इसी बात से नाराज होकर वह यह कदम उठाने जा रहा था। पुलिस अब छात्र की काउंसिलिंग करा रही है। परिवार ने पुलिस का आभार प्रकट किया है। पुलिस मुख्यालय इस संबंध में साेमवार काे एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि यूपी पुलिस और मेटा कंपनी के मध्य 2022 से एक व्यवस्था बनी है। ​यदि कोई फेसबुक या इंस्टाग्राम पर आत्महत्या किए जाने से संबंधित पोस्ट करता है तो मेटा कंपनी उस पोस्ट को यूपी पुलिस के पास भेजती है। फिर पुलिस आत्महत्या करने से पहले पहुंचकर उनकी जान बचा लेती है। इस प्रकार एक जनवरी 2023 से 31 मई 2025 तक आत्महत्या संबंधी पोस्ट का संज्ञान लेकर कुल 986 व्यक्तियों के प्राणों की रक्षा यूपी पुलिस कर चुकी है।

(Udaipur Kiran) / दीपक

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