
लखनऊ, 26 मई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2027 के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। पिछली विधानसभा चुनाव से सबक लेते हुए कांग्रेस ने यूपी कांग्रेस की प्रदेश टीम में कुछ बदलाव कर मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाने की तैयारी की है। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा में पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी का नाम है।
बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने प्रियंका गांधी से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ली थी। तभी से उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटरों को रिझाने के लिए कांग्रेस ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी के चेहरे का उपयोग किया है। एक बार फिर से नसीमुद्दीन सिद्दीकी का नाम चर्चा में है। नसीमुद्दीन को प्रदेश टीम में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। इस संबंध में प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने भी संकेत दिये है।
यूपी कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने पत्रकारों से कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दकी ने अभी तक कांग्रेस के लिए बहुत बलिदान दिया है। मुस्लिम इलाकों में नसीमुद्दीन की पकड़ का लाभ कांग्रेस को मिला है। उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने पर विचार हो रहा है। जिससे प्रदेश में कांग्रेस की मुसलमान बेल्ट में पकड़ और मजबूत हो सके।
इस संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने (Udaipur Kiran) को बताया कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए दिनरात काम किया है। चुनाव में घर घर जाकर वोट मांगा है। पार्टी उनके लिए अच्छा सोचती है तो उसका स्वागत है। फिर भी वह एक सिपाही की तरह पार्टी की सेवा करते रहेगें। उनके संबंध में तरह तरह की चर्चाएं बीच में भी हुई थी लेकिन उसका कोई परिणाम सामने नहीं आया था।
यूपी कांग्रेस के पार्टी सूत्रों की माने तो इस वक्त रामपुर खास विधानसभा सीट से आराधना मिश्रा मोना और फरेन्दा विधानसभा सीट से वीरेन्द्र चौधरी दो संख्या में कांग्रेस के विधायक है। वर्ष 2027 में विधानसभा चुनाव में इस आंकड़े को दहाई के अंक एवं सम्मानजनक स्थिति में पहचाने के लिए मुस्लिम चेहरे को कांग्रेस नेतृत्व आगे करने पर विचार कर रहा है।
(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र
