HEADLINES

संयुक्त किसान माेर्चा व आंदोलनकारी किसान एक मंच पर आए, मिलकर करेंगे केंद्र की घेराबंदी

प्रतीकात्मक फोटो।

किसान संगठनों की अब 18 जनवरी को होगी बैठक

चंडीगढ़, 13 जनवरी (Udaipur Kiran) । पंजाब के खनाैरी व शंभू बाॅर्डर में चल रहे किसान मोर्चे के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा समेत कई किसान संगठन आ गए हैं। सोमवार को पटियाला के पातड़ा में करीब चार घंटे तक चली बैठक के बाद किसानों ने एक मंच पर आकर केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने का ऐलान किया।

पिछले 11 महीने से शंभू और खनाैरी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। इसमें एक तरफ जगजीत सिंह डल्लेवाल तो दूसरी तरफ सरवण सिंह पंधेर अगुवाई कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से किसानों के एक मंच पर आने को लेकर अटकलें चल रही थीं। खनाैरी माेर्चे की मांग पर सोमवार को पटियाला के पातड़ा में चली बैठक में किसानों के सभी संगठन एकजुट होकर लड़ाई लड़ने को राजी हो गए।

बैठक के बाद सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि तय हुआ है कि 18 जनवरी को दोबारा से मीटिंग की जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की हाेगी। आज की मीटिंग में चर्चा हुई है कि इस आंदोलन को आगे कैसे लेकर जाना चाहिए और कैसे सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। किसान नेताओं ने कहा कि आज हम तीन फोरमों के नेता एक मंच पर हैं। यह बड़ा पॉजिटिव संदेश है। इसके साथ ही किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि कोई साथी एक दूसरे पर बयानबाजी नहीं करेगा।

फसलों पर एमएसपी की गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को आमरण अनशन पर बैठे सोमवार को 49 दिन हो गए हैं। भाकियू (उगराहां) के जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि आज की बैठक अच्छे माहौल में हुई है। मोर्चा भी यह सोचता है कि सभी दलों को एकजुट होना होगा। जनता के सहयोग के बिना आंदाेलन फतेह नहीं किया जा सकता। आज फिर यह फैसला हुआ है कि कोई भी एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी नहीं करेगा। हमारा दुश्मन भी सांझा है और संघर्ष भी सांझा है। 18 जनवरी को भी इसी जगह पर मीटिंग होगी।

भाकियू (क्रांतिकारी) नेता सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि तालमेल ग्रुप बनाने पर फैसला हुआ है। इस पर 18 जनवरी को होने वाली मीटिंग में मोहर लगेगी। इसके बाद 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।

किसानों के एक मंच पर आने के बाद पंजाब सरकार की ओर से धरनास्थल के पास ही एक अस्थायी अस्पताल और एंबुलेंस तैनात कर दी गई है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। हालांकि, डल्लेवाल मेडिकल सुविधा नहीं ले रहे हैं। इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है।

—————

(Udaipur Kiran) शर्मा

Most Popular

To Top