सोनीपत, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिला परिषद के पार्षद संजय बड़वासनिया ने बुधवार काे जिला
परिषद की बैठक में घोड़े पर बैठकर और सिर पर तूड़े की गठरी लेकर प्रदर्शन किया। उनके
साथ एक दर्जन से अधिक अन्य पार्षद भी शामिल थे। बड़वासनिया का कहना है कि जिला पार्षदों
को विकास कार्यों के लिए पर्याप्त अधिकार न मिलने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों का विकास
बाधित हो रहा है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि प्रत्येक जिला पार्षद को वार्षिक
रूप से एक करोड़ रुपये की राशि विकास कार्यों के लिए आवंटित की जाए, ताकि वह अपने वार्ड
में बेहतर कार्य कर सकें। जिस तरह सांसदों और विधायकों के लिए विकास कोटा निर्धारित
है, उसी प्रकार जिला पार्षदों के लिए भी कोटा तय होना चाहिए। बड़वासनिया ने आरोप लगाया
कि कई गांवों में विकास के लिए धनराशि उपलब्ध नहीं हो रही, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों
में विकास कार्य ठप हैं। नगर निगम के पार्षदों की तुलना में जिला पार्षदों को काफी
कम धनराशि मिलती है, जिससे उनका कार्य सीमित हो जाता है।
इस मौके पर अन्य पार्षदों ने भी अपने अधिकारों की मांग करते
हुए कहा कि जब तक उन्हें पर्याप्त अधिकार नहीं मिलते, उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने
सरकार से जिला प्लान कमेटी (डीपीसी) का गठन करने की भी मांग की, जो भाजपा सरकार के
बाद से नहीं हो पाया है। इसके अतिरिक्त, पार्षदों ने गांवों में पानी निकासी, नहरों
की मरम्मत, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सर्वे और डेंगू की रोकथाम जैसी विभिन्न
समस्याओं पर भी ध्यान आकर्षित किया। संजय बड़वासनिया ने चेतावनी दी कि जो अधिकारी अपने
कार्यों में लापरवाही बरतेगा, उसके कार्यालय का घेरावकियाजाएगा।
(Udaipur Kiran) परवाना