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केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने असम के मुख्यमंत्री के साथ एनएच परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में असम में जारी एनएच परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेते केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा एवं अन्य केंद्रीय मंत्री तथा अधिकारी।

गुवाहाटी/नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित वाणिज्य भवन में राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) और एनएचएआई के तहत असम में चल रही राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और आगामी परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री सरमा, एनएचआईडीसीएल, एनएचएआई और राज्य पीडब्ल्यूडी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने असम में एनएचआईडीसीएल के तहत चल रही 28 परियोजनाओं को समय पर पूरा करने और 11 विलंबित परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने को कहा। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को एसएआरडीपी-एनई के तहत एनएच 37 के जोरहाट से झांजी तक 14 किलोमीटर और झांजी से डिमो तक 11 किमी के फोर-लेनिंग के शेष कार्य को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से एनएच 37 के इस महत्वपूर्ण हिस्से पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित स्थानों पर सड़क संकेत लगाने को भी कहा।

राष्ट्रीय राजमार्ग 37 के मोरन बाइपास के डेमो से अंत तक चार लेन का शेष कार्य, मांजा बाइपास सहित एनएच (ओ), एनई के तहत एनएच 29 के कवाराम तारो गांव-दिलाई खंड के पेव्ड शोल्डर के साथ फोर-लेन का चौड़ीकरण, मोरान बाईपास के अंत से बोगीबील तक एनएच 37 का चार लेन का विकास, एनएच 52 के जामुगुरीहाट छोर से बिश्वनाथ चरियाली बाइपास तक चार लेन का विकास और उन्नयन, इंडुंगलो से जाटिंगा जंक्शन और एनएच 54 के जाटिंगा से हरांगजाओ तक के निर्माण की भी विस्तृत समीक्षा की गई।

बैठक में मुख्यमंत्री सरमा के अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने अधिकारियों से कहा कि वे 5,729 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 121 किमी लंबे गुवाहाटी रिंग रोड के लिए अनुबंध देने की प्रक्रिया नवंबर के अंत तक पूरी करें। 5,500 करोड़ रुपये की लागत से काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के ऊपर 85 किमी से अधिक लंबाई के एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए डीपीआर प्रस्तुत करें और ब्रह्मपुत्र पर माजुली पुल के लिए फिर से निविदा जारी करें।

मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने केंद्रीय मंत्री गडकरी से गोहपुर-नुमालीगढ़ सुरंग निर्माण, ब्रह्मपुत्र पर कमलाबाड़ी और निमातिघाट को जोड़ने वाले माजुली पुल, बाइहाटा चरियाली से तेजपुर राजमार्ग खंड को चार लेन का बनाने और एनएच 15 पर मंगलदोई बाईपास के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाने का भी आग्रह किया।

मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि एनएचआईडीसीएल और एनएचएआई राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण के दौरान दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मौजूदा सड़कों को अच्छी स्थिति में रखा जाए। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने एनएचआईडीसीएल के जीएम सहित वरिष्ठ अधिकारियों से उन ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने को कहा, जिन्होंने मौजूदा सड़कों को अच्छी स्थिति में रखने के प्रावधानों का पालन नहीं किया है।

मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से अप्रैल से अक्टूबर तक के मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए असम और पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में सिविल कार्यों के लिए अलग कार्यसूची तैयार करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री के सुझाव को ध्यान में रखते हुए उन्होंने केंद्रीय सड़क एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों को इस पर काम करने का निर्देश दिया।

समीक्षा बैठक में शामिल हुए केन्द्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने केंद्रीय मंत्री गडकरी से धुबड़ी नदी बंदरगाह के साथ चार लेन की सड़क कनेक्टिविटी के लिए प्रक्रिया को सही ढंग से शुरू करने का आग्रह किया।

बैठक के बाद एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने लिखा, आज नई दिल्ली में, मुझे केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी के नेतृत्व में एक समीक्षा बैठक में भाग लेने का सौभाग्य मिला, जो असम में 1001 किमी राजमार्ग परियोजनाओं के विकास पर केंद्रित थी। हमारी सामूहिक प्राथमिकता विभिन्न कार्यान्वयन एजेंसियों में 57 महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को समय पर पूरा करना है।

समीक्षा बैठक में विदेश राज्य मंत्री पबित्र मार्घेरिटा, सांसद दिलीप सैकिया, राज्य के मुख्य सचिव डॉ. रवि कोटा, वरिष्ठ अधिकारी ज्ञानेंद्र देव त्रिपाठी, केके द्विवेदी, आरपी सिंह और राज चक्रवर्ती भी उपस्थित थे।

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(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय

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