जम्मू, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय अतिरिक्त सचिव, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, संजीव कुमार चड्डा ने हरवन स्थित ऑब्जर्वेशन होम, शालीमार स्थित बाल गृह (पलाश एवं परीशा), बेमिना स्थित वन स्टॉप सेंटर, एसकेआईएमएस का दौरा किया। उनके साथ मिशन निदेशक वात्सल्य एवं शक्ति, माजिद खलील द्राबू, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, मिशन वात्सल्य, बाल कल्याण समिति, श्रीनगर के अध्यक्ष एवं सदस्य तथा किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य भी थे।
इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी मिशन वात्सल्य द्वारा अतिरिक्त सचिव को मिशन वात्सल्य योजनाओं की स्थिति एवं कार्यप्रणाली पर एक विस्तृत पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। इसके बाद एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया गया जिसमें अधिकारियों ने कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं पर सार्थक चर्चा की। इस दौरे का उद्देश्य कर्मचारियों से सीधे संवाद स्थापित करना तथा जिले में बाल कल्याण से संबंधित संस्थाओं के संचालन और वहां उपलब्ध सुविधाओं की गहन समीक्षा करना था।
चर्चा में मिशन वात्सल्य की दक्षता और प्रभाव को बढ़ाने तथा कार्यक्रम के उद्देश्यों को लगन और प्रतिबद्धता के साथ पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
उन्होंने बाल गृहों (पलाश और परीशा) में रहने वाले बच्चों से भी बातचीत की। बच्चों से बातचीत के दौरान संजीव चड्ढा ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लड़कियों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया तथा मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। बाद में उन्होंने सखी वन स्टॉप सेंटर फॉर वूमेन और संकल्प का भी दौरा किया जहां केंद्रीय प्रशासक ओएससी श्रीनगर और जिला मिशन समन्वयक, संकल्प हब ने अध्यक्ष को मिशन शक्ति योजनाओं के कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने दोनों संस्थाओं के कर्मचारियों से भी विस्तार से बातचीत की और निर्देश दिया कि ओएससी और हब योजनाओं के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए अन्य प्रमुख विभागों खासकर पुलिस और स्वास्थ्य के साथ मिलकर काम करेंगे। इसके अलावा उन्होंने दोनों संस्थाओं के कर्मचारियों को नए कानूनों के बारे में प्रशिक्षण देने पर जोर दिया, महिलाओं से संबंधित नए आपराधिक कानूनों के बारे में जानकारी दी और निर्देश दिया कि दोनों संस्थान महिलाओं के कल्याण हेतु अधिकतम लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अन्य संबंधित विभागों के साथ मिलकर काम करेंगे। ओएससी, बेमिना में उपस्थित अन्य अधिकारियों में जुनैद उल इस्लाम, वरिष्ठ सलाहकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार और समीना मीर, विशेषज्ञ लिंग, मिशन शक्ति निदेशालय, जम्मू-कश्मीर शामिल थे। दौरे के दौरान, उन्होंने समाज के कमजोर वर्ग यानी महिलाओं और बच्चों के कल्याण और उत्थान के लिए ऐसे संस्थानों की स्थापना पर जोर दिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा