नैनीताल, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । खैरना-रानीखेत राज्य मार्ग पर पातली बाजार के 23 वर्षीय युवा व्यवसायी मनीष नेगी की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक के चाचा आंनद नेगी ने राजस्व उप निरीक्षक महरखोला को तहरीर सौंपकर इस हादसे को सुनियोजित हत्या करार दिया है। उनका आरोप है कि यह घटना दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या थी, जिसे एक सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया।
विदित हो कि पातली बाजार निवासी मनीष नेगी बीते 3 सितंबर को खैरना-रानीखेत राज्य मार्ग पर भुजान के समीप एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। प्राथमिक उपचार के बाद उसे गंभीर स्थिति में हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर किया गया, जहां 10 सितंबर को उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
मनीष के चाचा व्यापार मंडल उपाध्यक्ष आंनद नेगी ने राजस्व उप निरीक्षक को सौंपी तहरीर में बताया कि मनीष के साथ हुई यह घटना सुनियोजित प्रतीत हो रही है। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर दुर्घटना हुई, वहां सड़क सीधी है, और मनीष को किसी अनजान व्यक्ति ने फोन कर रोटियां लेकर बुलाया था। घटनास्थल से कुछ दूरी पर कई होटल और रेस्टोरेंट्स होने के बावजूद उसे वहां क्यों बुलाया गया, यह संदेहास्पद है।
नेगी ने अपनी तहरीर में कुछ अन्य संदेहास्पद बिंदु भी उठाए, जिनमें रात के समय रोटियां लेकर निकलने का कारण, दुर्घटना स्थल की स्थिति, स्कूटी का मामूली क्षतिग्रस्त होना, और मनीष के बार-बार ‘मुझे छोड़ दो’ कहने जैसे पहलू शामिल हैं। कहा है कि दुर्घटना में स्कूटी पर मामूली नुकसान हुआ, जबकि मनीष को गंभीर चोटें आईं। कहा कि स्कूटी का दुर्घटना में केवल मीटर और वाईजार ही टूटा है, स्कूटी को अन्य कोई नुकसान नहीं हुआ है।
कहा कि दुर्घटनास्थल पर मृतक का मोबाइल पूर्ण रूप से छतिग्रस्त हो गया है। मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड निकाली जाए और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की है।
राजस्व उप निरीक्षक कुंदन लाल के अनुसार, तहरीर के आधार पर अभियोग दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस मामले के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही है। उन्होंने घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच करने का आश्वासन दिया है।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी