जेलेंस्की बोले- युद्धविराम पर सहमति बनी तो टल सकती है पुतिन से मुलाकात
अंकारा/इस्तांबुल, 15 मई (Udaipur Kiran) । यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने गुरुवार को कहा कि अगर मॉस्को संघर्ष विराम वार्ताओं में गंभीरता नहीं दिखाता, तो अन्य देशों को रूस पर और अधिक राजनीतिक एवं आर्थिक दबाव बनाने के साथ और कठोर प्रतिबंध लगाने चाहिए। अगर इस्तांबुल में होने वाली तकनीकी वार्ताओं के दौरान यूक्रेन और रूस के बीच युद्धविराम पर सहमति बन जाती है, तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ संभावित बैठक की आवश्यकता नहीं रह जाएगी।
तुर्की की राजधानी अंकारा में आयोजित एक प्रेस वार्ता में जेलेंस्की ने कहा, “रूस को अभी यह महसूस नहीं हो रहा है कि उसे इस युद्ध को समाप्त करना चाहिए। इसका मतलब है कि उस पर राजनीतिक, आर्थिक और अन्य प्रकार का पर्याप्त दबाव नहीं डाला गया है। यदि कोई युद्धविराम नहीं होता, यदि कोई गंभीर निर्णय नहीं लिए जाते, तो हम उचित प्रतिबंधों की मांग करते हैं।”
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यह भी बताया कि वे शांति वार्ता के लिए एक यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को तुर्की के शहर इस्तांबुल भेज रहे हैं, जिसकी अगुवाई रक्षा मंत्री रुस्तेम उमेरोव करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि रूसी प्रतिनिधिमंडल में ऐसे लोग शामिल नहीं हैं जो वास्तव में निर्णय ले सकते हैं।
जेलेंस्की ने यह कदम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यह दिखाने के लिए उठाया है कि यूक्रेन युद्ध समाप्त करने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है- तनाव कम करने और युद्ध समाप्त करने की दिशा में पहले कदम उठाना। इचसका प्रारंभिक बिंदु है एक युद्धविराम।”
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
