वाशिंगटन/मॉस्को, 17 मई (Udaipur Kiran) । यूक्रेन में जारी संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में एक अहम कूटनीतिक पहल के तहत अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच शनिवार को महत्वपूर्ण टेलीफोन वार्ता हुई। इस बातचीत में शुक्रवार को इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच तीन वर्षों में पहली बार हुई प्रत्यक्ष वार्ता के परिणामों पर चर्चा की गई।
इस ऐतिहासिक बैठक में दोनों पक्षों ने प्रत्येक ओर से 1,000 युद्धबंदियों की अदला-बदली पर सहमति जताई और संघर्षविराम की संभावित शर्तों पर अपने-अपने प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय लिया।
यूक्रेन ने इस दौरान राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्स्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच सीधी मुलाकात की मांग की। अमेरिका ने इन सकारात्मक संकेतों का स्वागत किया है।
रूसी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि रूबियो ने युद्धबंदियों की अदला-बदली और संघर्षविराम प्रस्तावों की दिशा में उठाए गए कदमों का स्वागत किया और अमेरिका की ओर से शांति स्थापना के प्रयासों को समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई।
वहीं, विदेश मंत्री लावरोव ने कहा कि अमेरिका ने कीव पर वार्ता फिर से शुरू करने के लिए सकारात्मक दबाव डाला है, जिससे राष्ट्रपति पुतिन के वार्ता प्रस्ताव को स्वीकार करना संभव हो सका। उन्होंने इस प्रक्रिया में अमेरिका के सहयोग की सराहना की और आगे भी संयुक्त प्रयासों की इच्छा जताई।
बातचीत में दोनों देशों के बीच अन्य क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ और रूसी-अमेरिकी संपर्कों को बनाए रखने पर सहमति बनी।
इस बीच, क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संकेत दिया कि यदि वार्ता में कोई ठोस सहमति बनती है तो पुतिन और जेलेन्स्की की मुलाकात संभव है।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
