
उज्जैन, 27 मई (Udaipur Kiran) । पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आई.बी.) के अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक बीती रात पुलिस कंट्रोल रूम पर हुई। अधिकारियों ने इसे समन्वय बैठक नाम दिया। बैठक में जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षकगण, समस्त थाना प्रभारी एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बैठक में उज्जैन जिले की संवेदनशीलता और भौगोलिक महत्व को दृष्टिगत रखते हुए बेसिक पुलिसिंग को और अधिक सुदृढ़ एवं प्रभावी बनाए जाने हेतु मंथन हुआ।एसपी शर्मा के अनुसार बैठक में प्रमुख बिंदु एवं निर्देश इस प्रकार रहे-
🔹 गुंडा/बदमाशों पर सतत निगरानी हो। विशेष रूप से शाम एवं रात्रिकालीन समय में थाना क्षेत्र में पुलिस की प्रभावी उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। साप्ताहिक अथवा रैंडम चेकिंग अनिवार्य रूप से की जाए।
🔹 होटल, लॉज, ढाबा आदि की नियमित जांच हो। संदिग्ध गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखते हुए लगातार निरीक्षण किया जाए।
🔹 सिम कार्ड विक्रेताओं की जांच हो।सिम बेचने वाले दुकानदारों को थानों में बुलाकर दस्तावेजों का पुनः सत्यापन किया जाए। उनके व्यवसायिक क्रियाकलापों की निगरानी की जाए।
🔹 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच हो। विशेष रूप से ऐसे व्यक्ति जो सिमी, पी.एफ.आई. अथवा अन्य संदिग्ध संगठनों से संभावित रूप से जुड़े हों या बाहरी/बंगाली मूल के रहवासी अथवा व्यवसायी हों, उनकी गहन जांच की जाए। ई-रक्षक एप के माध्यम से आधार या अन्य वैध पहचान-पत्रों से सत्यापन सुनिश्चित किया जाए।
🔹 फर्जी दस्तावेज़ की स्थिति में कार्यवाही हो। दस्तावेजों में भिन्न फोटो या जानकारी पाए जाने पर गंभीरता से जांच की जाए। संदेहास्पद मामलों में संबंधित व्यक्ति का सी.डी.आर. (Call Detail Record) तलब कर सत्यापन किया जा सकता है।
🔹 फर्जी बंगाली/बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी पर पारितोषिक हो। ऐसे किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी पर ₹50,000/- का पारितोषिक निर्धारित किया गया है।
🔹 कानूनी कार्यवाहियों की समीक्षा हो। धारा 122 जा.फौ. एवं धारा 185 भा.दं.वि. के अंतर्गत की गई पूर्व कार्यवाहियों की समीक्षा कर सुधारात्मक निर्देश दिए गए।
🔹 थाना क्षेत्रों में निवासरत बंगाली मूल के नागरिकों की विशेष जांच हो। प्रत्येक थाना प्रभारी को अपने क्षेत्र में रहने वाले ऐसे नागरिकों की सत्यता की गहनता से जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
