– यूटिलिटी शिफ्टिंग और आवश्यक अनुमति शीघ्र जारी करने के संबंधित विभागों को दिए गए निर्देश
उज्जैन, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा उज्जैन रेलवे स्टेशन से श्री महाकालेश्वर मंदिर तक महाकाल रोपवे बनाने का अभूतपूर्व निर्णय लिया गया है। रोपवे प्रोजेक्ट में गति लाने के लिए शुक्रवार को प्रशासनिक संकुल भवन उज्जैन में मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक अविनाश लवानिया, उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड के सीईओ प्रकाश गौर की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड के पदाधिकारी जिगर ने बताया कि महाकाल रोपवे प्रोजेक्ट का कार्य अक्टूबर 2024 से प्रारंभ किया जाएगा। प्रोजेक्ट को पूरा करने की अवधि अक्टूबर 2026 निर्धारित हैं। महाकाल रोपवे रेलवे स्टेशन उज्जैन से त्रिवेणी होते हुए गणेश कॉलोनी तक बनाया जाएगा, जिसकी कुल लंबाई 1.76 किलोमीटर होगी। महाकाल रोपवे में 3 स्टेशन, 13 टावर और 48 केबिन स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक केबिन की बैठक क्षमता लगभग 10 व्यक्तियों की होगी और ट्रैवल टाइम लगभग 7 मिनट होगा। रोपवे में मोनोकेबल डिटैचेबल गोंडोला टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। इंटीग्रेटेड रेस्क्यू सिस्टम और वर्टिकल रेस्क्यू सिस्टम रोपवे में रहेंगे। रोपवे की क्षमता लगभग 2000 यात्री प्रति दिशा प्रति घंटा होगी।
एमपीआरडीसी के प्रबंध संचालक लवानिया ने निर्माण एजेंसी एमएस इंफ्रा लिमिटेड को निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट का कार्य निर्धारित समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण रूप से हो। निर्माण कार्य सुचारू रूप से जारी रहे। प्रोजेक्ट में आने वाली समस्याओं का आपसी समन्वय से त्वरित निराकरण किया जाएं। प्रोजेक्ट से जुड़े सभी संबंधित विभाग और एजेंसियां बाबा महाकाल के कार्य के लिए सकारात्मक मानसिकता से एक साथ काम करें। रेलवे,नगर निगम, एमपीईबी, स्मार्ट सिटी यूटिलिटी शिफ्टिंग और आवश्यक अनुमतिया जारी करने का कार्य तेजी से करें।
गौरतलब है कि महाकाल रोपवे प्रोजेक्ट में नोडल विभाग मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम, कंसल्टेंसी एजेंसी नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड और निर्माण एजेंसी एमएसइंफ्रा लिमिटेड को बनाया गया है। एमपी इंफ्रा लिमिटेड जिसे आवश्यक उपकरण ऑस्ट्रिया की डॉपेल मायर कंपनी द्वारा उपलब्ध कराएं जाएंगे।
नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड के सीईओ गौर ने कहा कि निर्माण कार्य में सुरक्षा और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। सुरक्षा के सभी आयामों पर विचार किया जाए। निर्माण कार्य के दौरान यातायात पुलिस से समन्वय कर व्यवस्थित बैरिकेडिंग की जाए। लेबर्स हेलमेट आदि आवश्यक सुरक्षा का ध्यान रखें।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जयति सिंह, डीएम डीआरएम रतलाम पीयूष पांडे, निगम आयुक्त आशीष पाठक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी उज्जैन विकास प्राधिकरण संदीप सोनी, सहायक कलेक्टर गगन मीना, संभागीय प्रबंधक एमपीआरडीसी मनवानी, जोनल ऑफिसर एनएचएलएमएल एसएच मधुकर, डिविजनल ऑफिसर एनएचएलएमएल रवीन्द्र गुप्ता सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) तोमर