
उज्जैन, 11 मार्च (Udaipur Kiran) । उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के मंदिर में गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध है, लेकिन एक बार फिर महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश का नियम तोड़े जाने का मामला सामने आया है। कल्याणी समूह के प्रमुख अरबपति व्यवसायी बाबा साहेब नीलकंठ कल्याणी और उनकी पत्नी ने बिना अनुमति के गर्भगृह में प्रवेश कर करीब 10 मिनट तक पूजन अर्चन किया। मामला समझ में आने से पहले दोनों दर्शन कर बाहर आ चुके थे। मामला सोमवार दोपहर का है, लेकिन मंगलवार को इसका वीडियो सामने आया है। मामला सामने आने के बाद मंदिर प्रशासन ने स्पष्टीकरण दिया है।
गौरतलब है कि महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में किसी भी श्रद्धालु के प्रवेश पर करीब डेढ़ वर्ष से रोक लगी हुई है। सिर्फ पंडे-पुजारियों, सीएम, राज्यपाल या अतिविशिष्ट श्रद्धालु को ही अनुमति लेकर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति है। श्रद्धालु शिवलिंग से 50 फीट दूर से दर्शन कर सकते हैं। यहां एक आईपीएस सहित दो डिप्टी कलेक्टर और करीब नौ अधिकारियों सहित सैकडों कर्मचारी तैनात है। इसके बावजूद सोमवार को कारोबारी बाबा कल्याणी ने सपत्निक बिना अनुमति के गर्भगृह में प्रवेश कर पूजन-अर्चन किया।
इसकी जानकारी मिलते ही महाकाल मंदिर में अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया। जिसके बाद आनन फानन में पता लगाया गया की कौन बिना इजाजत गर्भगृह में प्रवेश कर दर्शन कर गया है। तो पता चला कि उत्तम स्वामी महाराज और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। उनके साथ देश के अरबपति व्यवसायी बाबा नीलकंठ कल्याणी और उनकी पत्नी भी साथ में थी। दोनों ने उत्तम स्वामी महाराज के साथ गर्भगृह में प्रवेश कर लिया था। पति-पत्नी बिना इजाजत गर्भगृह में घुसे और फिर करीब 10 मिनट तक पुजारी द्वारा पूजन कराया गया। इस बीच महाकाल मंदिर के प्रशासक प्रथम कौशिक ने कहा कि दोनों परमिशन से गर्भगृह में गए थे।
इधर महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि वे उत्तम स्वामी जी के गर्भगृह में प्रवेश करने के बाद नाम की गफलत में बाबा कल्याणी अंदर चले गए। दरअसल उनका पूरा नाम बाबा कल्याणी है। मंदिर के कर्मचारियों ने उनके नाम के कारण उन्हें भी साधु-संत समझकर गर्भगृह में प्रवेश करा दिया।
(Udaipur Kiran) तोमर
