
उदयपुर, 28 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । उदयपुर नगर विकास प्रन्यास (यूआईटी) के तत्कालीन सचिव नितेंद्रपाल सिंह को राज्य सरकार ने उनके रिटायरमेंट के आखिरी दिन निलंबित कर दिया। यह कार्रवाई 2022-24 के दौरान हुई वित्तीय अनियमितताओं के बाद की गई है।
उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर नितेंद्रपाल सिंह और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की थी। सांसद ने आरोप लगाया कि इन अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए लगभग 1000 करोड़ रुपये का घोटाला किया, जिसमें कई योजनाओं को मंजूरी देने और अनियमित लीज डीड जारी करने के मामले सामने आए।
ऑडिट रिपोर्ट और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिंह सहित अन्य अधिकारियों पर भू-व्यवसायियों को अवैध लाभ देने का आरोप लगा। निलंबन आदेश के बाद नितेंद्रपाल सिंह का मुख्यालय जयपुर रहेगा। सिंह के खिलाफ गहन जांच की मांग की गई है। इसी मामले में यूआईटी उदयपुर के तत्कालीन सचिव राजेश जोशी, तत्कालीन उप नगर नियोजक ऋतु शर्मा और तत्कालीन विशेषाधिकारी सावन कुमार चायल पर भू-व्यवसायियों को 676.25 करोड़ रुपए का अनाधिकृत एवं अवांछित लाभ देने का आरोप लगाया गया है। साथ ही ऑडिट रिपोर्ट में उदयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त सहित कई अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई है।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता
