Uttar Pradesh

यूजीसी ने मुक्त विश्वविद्यालय को दिया 12 बी का दर्जा

मुक्त विवि के कुलपति

-अनुदान मिलने से शिक्षा एवं अनुसंधान में आएगी उत्कृष्टता : प्रो. सत्यकाम

प्रयागराज, 26 मार्च (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय को प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा 12 (बी) का दर्जा दिया गया है। जो विश्वविद्यालय के शिक्षा और अनुसंधान के उच्च मानकों को मान्यता देता है। यूजीसी 12 बी दर्जा प्राप्त होने से विश्वविद्यालय के शिक्षक और छात्र यूजीसी, भारत सरकार से विभिन्न शोध और शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन के लिए धन प्राप्त करने वाले किसी भी संगठन से अनुदान प्राप्त करने के पात्र हो जाते हैं।

मुक्त विवि के कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कहा कि इससे शोध पहलों और बुनियादी ढांचे के विकास को काफी बढ़ावा मिलेगा। यूजीसी 12 बी का दर्जा मिलना विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है, जिन्होंने शिक्षा और अनुसंधान के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए अथक परिश्रम किया है। उन्होंने कहा कि यूजीसी 12(बी) का दर्जा प्राप्त करना उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि के लिए गौरव का क्षण है और यह आने वाले वर्षों में शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करता रहेगा।

मुक्त विश्वविद्यालय को इस आशय का एक पत्र विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी किया गया। पत्र में संयुक्त सचिव द्वारा वर्णित किया गया कि मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव का संज्ञान लेते हुए एक विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया गया। जिसके द्वारा मुक्त विश्वविद्यालय का 07-08 अक्टूबर 2024 को आभासी निरीक्षण एवं दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। विशेषज्ञों की रिपोर्ट के आधार पर यूजीसी ने 26 मार्च 2025 को 12 बी की मान्यता का पत्र जारी किया। कुलपति प्रो. सत्यकाम ने बताया कि मुक्त विश्वविद्यालय यूजीसी की धारा 12 बी का दर्जा प्राप्त करने वाला प्रदेश का पहला मुक्त विश्वविद्यालय बन गया है। उल्लेखनीय है कि, धारा 12 बी का दर्जा प्राप्त करने के उपरान्त विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं, परियोजनाओं, शोध कार्यों, गोष्ठियों, संगोष्ठियों, कार्यशालाओं हेतु वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकेगा।

(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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