कोलकाता, 27 जनवरी (Udaipur Kiran) । टुंगी सीमा के पास भूमिगत बंकरों की जांच के बीच नदिया जिले के कृष्णगंज इलाके में दो रोहिंग्या नागरिकों की गिरफ्तारी ने चिंताओं को और बढ़ा दिया है। बताया जा रहा है कि ये दोनों बंकर वाले क्षेत्र से महज दो किलोमीटर की दूरी पर घूमते हुए देखे गए थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
जिला पुलिस की ओर से सोमवार को जारी बयान में बताया गया है कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान मोहम्मद यादव और मोहम्मद नूर के रूप में हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये दोनों करीब एक साल पहले अवैध रूप से भारत में घुसे थे। पहले इन्होंने हैदराबाद में काम किया और बाद में बांग्लादेश लौटने की योजना बनाई। रविवार रात भजनघाट इलाके में संदिग्ध रूप से घूमते देख स्थानीय निवासियों ने पुलिस को सूचना दी। कृष्णगंज थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान इनके पास से कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला। सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां पुलिस उनकी रिमांड ली है।
टुंगी सीमा के पास हाल ही में चार भूमिगत बंकरों का पता चला है, जिससे इलाके में हलचल बढ़ गई है। इन बंकरों का उपयोग अवैध सोना और प्रतिबंधित कफ सिरप जैसे सामानों की तस्करी के लिए किया जाता था। इस क्षेत्र से हाल ही में एक करोड़ से अधिक मूल्य का प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त किया गया। बंकरों का कंटीली तारों से रहित सीमा के करीब होना इस बात की ओर इशारा करता है कि इन्हें घुसपैठियों के सुरक्षित ठिकाने के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
गिरफ्तार किए गए रोहिंग्या नागरिकों की उपस्थिति इस समय और भी अधिक चिंता का विषय है, क्योंकि पड़ोसी बांग्लादेश में स्थिति बेहद तनावपूर्ण है। 2017 में म्यांमार में सेना द्वारा की गई कार्रवाई के बाद लगभग सात लाख रोहिंग्या बांग्लादेश भाग गए थे। हाल के महीनों में बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अस्थिरता के कारण कई लोग भारत की सीमा पार करने की कोशिश कर रहे हैं। बीएसएफ ने कई प्रयासों को नाकाम किया है, लेकिन कुछ घुसपैठिये अब भी चोरी-छिपे भारत में प्रवेश करने में सफल हो रहे हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर