—मोक्ष की चाह में मौत को गले लगाने की आशंका, परिजनों का इंतजार
वाराणसी,10 सितम्बर (Udaipur Kiran) । भेलूपुर थाना क्षेत्र के मानसरोवर स्थित राम तारक आंध्रा आश्रम में दो सगे भाइयों ने फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। मंगलवार को घटना की जानकारी पाते ही भेलूपुर पुलिस फॉरेन्सिक टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंच गई। पुलिस टीम ने छानबीन और पूछताछ के बाद शव को माेर्चरी में भिजवा दिया।
आश्रम प्रबंधन के अनुसार आंध्र प्रदेश के नारायण पुरम जिला वेस्ट गोदावरी निवासी पी लक्ष्मी नारायणम(34) और वी लोक विनोद (32) बीते 28 अगस्त को आश्रम में आए थे। दोनों ने दस दिन के लिए आश्रम का कमरा बुक किया था। दूसरे तल पर उन्हें कमरा दिया गया। दोनों आश्रम में समय से भोजन-नाश्ता करते थे। इसके बाद दर्शन-पूजन के लिए जाते थे। दोनों न बताया था कि काशी विश्वनाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों में दर्शन-पूजन कर चुके हैं। 08 सितम्बर को दोनों अन्तिम बार दिखे। दोनों बाहर से घूम-फिर कर आए और अपने कमरे में चले गए। दो दिन से उनका कमरा नहीं खुलने पर सफाई कर्मी कमरे के पास पहुंचा तो तेज बदबू आने पर उसने ट्रस्टी मैनेजर वीवी सुंदर शास्त्री को इसकी जानकारी दी। मैनेजर ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाते ही मौके पर एसीपी भेलूपुर धनंजय मिश्रा, थाना प्रभारी भेलूपुर वहां पहुंचे। आश्रम के मैनेजर की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। दोनों को फांसी के फंदे में झूलता देख शवों को नीचे उतारा गया।
संभावना है कि लक्ष्मी नारायण ने पहले फांसी लगाई थी। उसका हाथ पैर बंधा था। छोटे भाई ने बड़े भाई की मृत्यु होने के बाद फांसी लगाई। दोनों ने मोक्ष पाने के लिए फांसी लगा ली। हालांकि कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने घटना की जानकारी मृतकों के परिजनों को दे दी। पिता मल्ला तिरुपति राव से सम्पर्क भी किया जा रहा है। पुलिस अफसरों के अनुसार दोनों का शव लगभग दो दिन पुराना लग रहा है। इसी के चलते शव से बदबू आने लगी। परिजनों के आने पर ही आत्महत्या की वजह पता चल पाएगी।
गौरतलब है कि इस आश्रम में पहले भी दक्षिण भारतीय परिवार आत्महत्या कर चुके हैं। इसमें एक ही परिवार के 4 लोगों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी