काठमांडू, 29 सितंबर (Udaipur Kiran) । नेपाल में बारिश का प्रकोप जारी है। इसकी वजह से शनिवार की शाम दो यात्री बसें भूस्खलन की चपेट में आ गईं, जिससे कई यात्री मलबे में जिंदा दफन हो गए। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। रविवार को समाचार लिखे जाने तक 35 शव निकाले जा चुके हैं।
बुटवल और गोरखा से ये दोनों बसें काठमांडू की ओर आ रही थीं। काठमांडू के प्रवेश नाका नागढुंगा के पास ही सड़क पर खड़ी दोनों ही यात्री बसें शनिवार की शाम को अचानक हुए भूस्खलन के मलबे में दब गईं। हालांकि युद्ध स्तर पर शुरू किए गए राहत और बचाव कार्य के चलते कल शाम को 14 शव निकाले जा चुके थे।
काठमांडू के एसपी नवराज अधिकारी ने बताया कि शनिवार को रात के अंधेरे के रेस्क्यू के काम में बाधा आने के बाद रविवार को सुबह से ही चार क्रेन की मदद से बसों को मलबे से निकाला गया है। एसपी के मुताबिक रविवार को अपराह्न 3 बजे तक 21 शव और निकाले गए हैं। उन्होंने बताया कि इन दोनों बसों में दबे 35 शवों को निकाल लिया गया है।
मलबा हटाने के दौरान कुछ और बसों के दबे होने की जानकारी भी रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल सशस्त्र प्रहरी बल ने दी है। इसलिए उनको आशंका है कि इस मलबे से कुछ और शव निकल सकते हैं। काठमांडू के एसपी नवराज अधिकारी ने कहा कि जिन दो बसों से शव निकाले गए हैं, उनमें गोरखा से आ रही बस से 14 और बुटवल से आ रही बस से 21 शव बरामद किए गए हैं।
एसपी ने कहा कि गोरखा और बुटवल से इस बात का पता लगाया जा रहा है कि इन दोनों बसों में कुल कितने लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि अब तक बरामद सभी शवों को काठमांडू के मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास