जोधपुर, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । बाल कल्याण समिति जोधपुर के प्रयासों से दो गुमशुदा मूकबधिर बालक अपने परिवार के साथ दीवाली मना पाएंगे।
दरअसल जिले में देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के मामलों की जांच एवं निपटान हेतू गठित बाल कल्याण समिति (न्यायपीठ) जोधपुर के समक्ष गत सितम्बर माह में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा रेल्वे स्टेशन जोधपुर पर लावारिश मिले दो गुमशुदा मूकबधिर बालकों को प्रस्तुत किया गया था। समिति के आदेशानुसार दोनों बालकों को राजकीय किशोर गृह में प्रवेशित करवाया गया।
समिति अध्यक्ष विक्रम चेतन सरगरा ने बताया कि गुमशुदा बच्चों को अपने परिवार से मिलाना व गंतव्य स्थान तक पहुंचाना एक चुनौती भरा कार्य है जिसे बाल कल्याण समिति एवं राजकीय किशोर गृह में समन्वय स्थापित कर सफलतापूर्वक किया गया। राजकीय किशोर गृह में प्रवेश के पश्चात मूकबधिर बालकों से काउन्सलर मुकेश कुमार ने निरन्तर काउन्सलिग कर परिवार व निवास स्थान की जानकारी जुटाई। साथ ही दोनों बालकों को मूकबधिर होने के कारण कम्प्यूटर पर वर्चुअल दिखाकर प्रयास किए। राजकीय किशोर गके अधीक्षक रामनारायण विश्नोई द्वारा दोनों मूकबधिर बालक का आधार सत्यापन करवाया गया। तत्पश्चात समस्त प्रयासों से गुमशुदा मूकबधिर दोनों बालकों का घर का पता लग पाया। इसमें से एक बालक जिला रोहतास राज्य बिहार एवं दूसरा जिला हिसार राज्य हरियाणा का है। दोनों बालकों का घर का पता लगने पर बाल कल्याण समिति द्वारा पारिवारिक पुनर्वास की त्वरित कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई। दीपावली के चार दिवस पूर्व बालकों के परिजन व संबंधित पुलिस अधिकारी कार्यालय बाल कल्याण समिति जोधपुर के समक्ष उपस्थित हुए। किशोर न्याय अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए गुमशुदा मूकबधिर बालकों का पारिवारिक पुनर्वास किया गया। इस दौरान समिति सदस्य बबीता शर्मा, जय भाटी, गंगाराम देवासी, अनिल मरवण उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / सतीश