शिमला, 18 अप्रैल (Udaipur Kiran) । राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार बस स्टैंड के समीप खोले जा रहे शराब के ठेके को लेकर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। शुक्रवार को बड़ी संख्या में स्थानीय लोग बस स्टैंड परिसर में इकट्ठा हुए और नगर निगम व राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि आगामी दो दिनों में ठेके का कार्य बंद नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
स्थानीय निवासी संजीव कुमार ने बताया कि बस स्टैंड से महज 100 मीटर की दूरी पर पहले से ही एक शराब का ठेका चल रहा है ऐसे में एक और ठेका खोलना इलाके के सामाजिक माहौल को खराब करने वाला कदम है। उन्होंने कहा कि सरकार एक ओर नशे के खिलाफ मुहिम चलाने की बात करती है वहीं दूसरी ओर बिना जनभावनाओं का ख्याल किए शराब के ठेके खोल रही है। यह दोहरी नीति है।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि जिस स्थान पर अब शराब का ठेका खोला जा रहा है वहां पहले दुकानों का निर्माण किया गया था, जिन्हें बाद में तोड़ दिया गया। अब उसी जगह ठेका खोलना स्थानीय लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।
इसी मुद्दे पर क्षेत्र की पार्षद सरोज ठाकुर भी नगर निगम के खिलाफ मुखर हो गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस निर्णय की जानकारी न तो उन्हें दी गई और न ही क्षेत्रवासियों से कोई सलाह-मशविरा किया गया। सरोज ठाकुर ने कहा कि नगर निगम विकास कार्यों के लिए फंड की कमी का हवाला देता है लेकिन शराब के ठेके खोलने के लिए न बजट की कमी है और न ही प्रक्रिया की कोई परवाह। यह जनभावनाओं के विरुद्ध है और इससे क्षेत्र में सामाजिक ताना-बाना बिगड़ेगा।
पार्षद ने मांग की कि जनहित को ध्यान में रखते हुए नगर निगम इस निर्णय को तुरंत रद्द करे अन्यथा जनता के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
