पश्चिम चम्पारण(बगहा),18अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रंमड़ल दो के अंतर्गत वाल्मीकि नगर स्थित वन विभाग के ऑडियो-वीडियो सभागार में शुक्रवार को दो दिवसीय नेचर गाइड का प्रशिक्षण शिविर का शुरुआत हुआ। इस सन्दर्भ में जानकारी देते हुए वन विभाग के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ नेशा मणि ने बताया कि यह प्रशिक्षण शिविर दो दिवसीय हैं।
उन्होंने आगे बताया कि डब्लू डब्लू एफ इंडिया एवं वन विभाग के सौजन्य से यह प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है। इस शिविर में वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के 55 नेचर गाइड सहित वनपाल,वनरक्षी व ड्राइवर ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। डब्ल्यू डब्ल्यू एफ इंडिया ताल बिहार के हेड डॉ प्रकाश मर्दराज ने बताया कि नेचुरलिस्ट,नेचर गाइड कार्बेट नेशनल पार्क के टेनर बच्ची सिंह बिष्ट,डब्ल्यू डब्ल्यू एफ इंडिया के परियोजना अधिकारी बांकेलाल प्रजाति,साई कृष्णा,अहबर प्रशिक्षक के रूप में इस नेचर गाइड युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं।
वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ नेशा मणि ने बताया कि पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय बिहार सरकार के द्वारा इस प्रशिक्षण में नेचर गाइड युवाओं को वन्यजीवों तथा उनके उपत्ति व रखरखाव के बारे में विशेष जानकारी दी गई। उन्होंने आगे बताया कि इको टूरिज्म में भ्रमण पर आने वाले पर्यटक को पथवे रिवर के जरिए पर्यटकों को जलीय जीव घड़ियाल, मगरमच्छ, डॉल्फिन आदि की जानकारी दी गई। वीटीआर के जंगल में रहने वाले जीव जंतुओं एवं पशु,पक्षियों आदि की पहचान एवं उनके भाषा,महत्व के बारे में विशेष जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि अगर कोई भी पर्यटक आप लोगों के साथ गलत व्यवहार करता है,तो उसके साथ गलत व्यवहार ना करें, ना अभद्र शब्द का प्रयोग करें, उसके साथ अच्छे से पेश आए,उसे समझाएं। जंगल सफारी के दौरान वाहन की एंट्री नेचर गाइड और ड्राइवर को करना बहुत जरूरी है। चेक नाका के पास गाड़ी पर बैठकर पास नहीं दिखाना है। गाड़ी से उतरकर पास दिखाकर एंट्री करवाना है।
सभी नेचर गाइड एवं चालक को यूनिफॉर्म पहनकर रहना है, सफारी के दौरान गुटका,पान, तंबाकू, सिगरेट,बीडी़, शराब आदि का सेवन नहीं करना है, ऐसा करने पर पकड़े जाने पर वंरक्षी सहित उन पर कार्रवाई की जाएगी।भ्रमण पर आए पर्यटकों को सुविधाओं के साथ-साथ और भी पर्यटक स्थलों के बारे में जैसे में मंगुराहा,भितिहरवा आश्रम,नेपाल,वाल्मीकि नगर आदि पर्यटक स्थलों के बारे में नेचर गाइड द्वारा पर्यटको को विस्तृत रूप से जानकारी दें। ताकी पर्यटकों के द्वारा भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को उसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल हो सके।पर्यटन स्थलों के बारे में आने जाने वाले सैलानियों को अवगत कराया जा सके।
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(Udaipur Kiran) / अरविन्द नाथ तिवारी