नैनीताल, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर नैनीताल में सोमवार से दो दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम प्रारंभ हो गया है। इस अवसर पर कुलपति प्रो. दीवान रावत सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों ने विद्यार्थियों को उत्तराखंड की भाषा और सांस्कृतिक परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण करने और उसे आगे बढ़ाने की अपील की।
कार्यक्रम में नैनीताल के एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने विद्यार्थियों को पढ़ाई में आगे बढ़ने और साइबर अपराधों व हर प्रकार के नशे से दूर रहने का संदेश दिया। साथ ही अनुशासन में रहकर सफलता प्राप्त करने की सलाह दी।
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव प्रदीप कुमार मनी ने विद्यार्थियों को कानून की महत्ता को समझने और कानून का उल्लंघन ना करने की सलाह दी और कानूनी नियमों का पालन करने की प्रेरणा दी।
वन संरक्षक टीआर बीजू लाल ने विद्यार्थियों से पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनने का आग्रह किया और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया।
सीआरपीएफ के डीआईजी एसडी पांडे ने विद्यार्थियों को पढ़ाई की महत्ता को समझने और निरंतर प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित किया। साथ ही अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम करने की प्रेरणा दी।
परिसर निदेशक प्रो. नीता बोरा शर्मा ने सभी अतिथियों एवं विद्यार्थियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी का धन्यवाद किया।
इस दौरान विशिष्ट अतिथियों का सम्मान किया गया। इसके साथ ही अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. संजय पंत ने विद्यार्थियों को उनके हित में परिसर द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और एंटी रैगिंग के संदर्भ में यूजीसी के नियम से अवगत कराया। कुलानुशासक प्रो. एचएस बिष्ट एवं परीक्षा नियंत्रक डॉ. महेन्द्र राणा ने भी अपने विभाग से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई। इस अवसर पर चित्रकला संकायाध्यक्ष प्रो. एमएस मावड़ी, कृषि संकायाध्यक्ष प्रो. जीत राम, आईसीसी संयोजक प्रो. सीएस रावत, आईआईसी निदेशक प्रो. आशीष तिवारी, और लेफ्टीनेंट डॉ. रीतेश साह ने भी महत्वपूर्ण जानकारी विद्यार्थियों को प्रदान कीं।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी / वीरेन्द्र सिंह