कोकराझार (असम), 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । उद्यमिता , रोजगार और नवाचार बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के युवाओं के समग्र विकास को सुनिश्चित करेंगे। आज, हमारे पास शांति और सुरक्षा का माहौल है जिसका उपयोग मानव गतिविधि के हर क्षेत्र में व्यक्तिगत अवसरों का पता लगाने के लिए किया जाना चाहिए। पिछली पीढ़ियों ने उत्पादन के लिए स्वदेशी प्रथाओं और पारंपरिक अर्थव्यवस्था के निर्माण के अपने जबरदस्त ज्ञान के साथ, हमारे लिए एक ठोस नींव रखी है। इस फाउंडेशन को आधुनिक प्रौद्योगिकी उपकरणों, नवाचार और बाजार संबंधों के साथ उन्नत करने की आवश्यकता है। युवाओं और वर्तमान एवं भविष्य के उद्यमियों का ध्यान इस दिशा में होना चाहिए। उद्यमिता एक ऐसी गतिविधि है जो सबसे तेज़ विकास सुनिश्चित करती है।
उपरोक्त बातें आज बीटीसी के प्रमुख प्रमोद बोडो ने कोकराझार के बोडोलैंड एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज में दो दिवसीय उद्यमी कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। कार्यशाला स्टार्टअप्स, स्थानीय उत्पादों के लिए डिजिटल मार्केटिंग बाजार संपर्क और विभिन्न श्रेणियों के लाभार्थियों के लिए उपलब्ध भारत सरकार की योजनाओं के विषयों पर केंद्रित थी।
दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन उद्योग विभाग, बीटीसी द्वारा किया गया था और इसमें असम सरकार, केंद्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बीबी इंजीनियरिंग कॉलेज के संसाधन व्यक्तियों ने भाग लिया था। इस अवसर पर बीटीसी के कार्यकारी सदस्य रंजीत बसुमतारी, प्रो. प्रणब सिंह, मेडलसन रोंगहांग, स्टार्टअप विशेषज्ञ नाबा केआर बोडो, प्रबंध निदेशक, बोडोलैंड ट्रेड एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड, पामी ब्रह्म, उद्योग के अतिरिक्त निदेशक निर्मल कुमार डे सहित कई लोग उपस्थित थे।
प्रमोद बोडो ने आज कोकराझार के बीटीसी विधानसभा सभागार में बोडोलैंड युवा रोजगार मिशन का भी उद्घाटन किया। नए मिशन का उद्देश्य बेरोजगार, शिक्षित युवाओं और वर्तमान कॉलेज के छात्रों के लिए अनुकूल विषय-आधारित कोचिंग प्रदान करना है। प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और सहायक प्रोफेसर अपनी विशेषज्ञता के आधार पर कोचिंग की पेशकश करेंगे और राज्य और केंद्र सरकार के रोजगार क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों को व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। कोचिंग सत्र प्रत्येक सप्ताहांत विभिन्न केंद्र और राज्य सरकार की नौकरी के अवसरों पर केंद्रित होंगे। मिशन में बीटीसी के पच्चीस कॉलेज और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (एचएसएस) शामिल होंगे, जिनमें कोकराझार, चिरांग, बाक्सा, तामुलपुर और उदालगुरी में प्रत्येक में पांच संस्थान होंगे। इस पहल का उद्देश्य छात्रों और नौकरी चाहने वालों को प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए कुशलतापूर्वक तैयारी करने में मदद करना है।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा / अरविन्द राय