नई दिल्ली, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । भुवनेश्वर 14वां राष्ट्रीय कॉर्निया और आई बैंकिंग सम्मेलन की मेज़बानी करने जा रहा है, जिसका आयोजन आई बैंक एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ईबीएआई) द्वारा दृष्टि दान आई बैंक और एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट, भुवनेश्वर के सहयोग से किया जा रहा है। यह सम्मेलन 14-15 सितंबर, 2024 को कैम्पस-6, कीट, भुवनेश्वर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें उद्घाटन समारोह 14 सितंबर को शाम पांच बजे एलवीपीईआई भुवनेश्वर में होगा।
आयोजकों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इसमें देशभर से 250 से अधिक नेत्र रोग विशेषज्ञ, आई बैंक और नेत्र देखभाल पेशेवर, शोधकर्ता, नीति निर्माता और प्रशासक शामिल होंगे, जो कॉर्नियल प्रत्यारोपण और आई बैंकिंग में नवीनतम प्रगति पर चर्चा करेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य सहयोग और ज्ञान साझा करने को प्रोत्साहित करना है, जिसका अंतिम लक्ष्य भारत में कॉर्नियल अंधेपन को समाप्त करना है, जो लगभग 10 लाख लोगों को प्रभावित करता है।
भारत में नेत्रदान की चुनौती: एक कार्रवाई की पुकार
कॉर्नियल अंधापन भारत में रोके जा सकने वाले अंधेपन के प्रमुख कारणों में से एक बना हुआ है। वर्तमान में आई बैंक एसोसिएशन ऑफ इंडिया, जो तीन दशक से अधिक समय से राष्ट्र की सेवा कर रहा है, 937 से अधिक संस्थागत सदस्यों के नेटवर्क के साथ कार्यरत है, जिसमें आई बैंक और आई डोनेशन सेंटर शामिल हैं। लगभग 9,00,000 कॉर्नियल ऊतकों की सराहनीय प्राप्ति और दृष्टि बहाल करने के लिए 4,68,000 से अधिक कॉर्निया की उपलब्धता के बावजूद, प्रति वर्ष केवल 28,000 प्रत्यारोपण योग्य ऊतक ही प्राप्त हो पाते हैं, जबकि आवश्यकता 1,00,000 ऊतकों की है।
इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सबसे बड़ी बाधा नेत्रदान के प्रति जागरूकता की कमी है। ईबीएआई अपने शैक्षिक कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और सम्मेलनों के माध्यम से इस अंतर को पाटने और अपने मिशन में पेशेवरों और जनता को शामिल करने के लिए लगातार काम कर रहा है।
मुख्य प्रतिभागी और आयोजक
यह सम्मेलन ईबीएआई की मानद सचिव और एलवीपीईआई आई बैंक नेटवर्क की प्रमुख डॉ. सुजाता दास के नेतृत्व में आयोजित किया जा रहा है, जो आयोजन सचिव के रूप में कार्य कर रही हैं। यह आयोजन कॉर्नियल अंधेपन के खिलाफ लड़ाई में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित होगा और आई बैंकिंग और प्रत्यारोपण के क्षेत्र में नए कदमों को आगे बढ़ाने का वादा करता है।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी