

रांची, 22 मई (Udaipur Kiran) । सीबीआई अधिकारी बनकर व्हाट्सएप कॉल कर फर्जी केस में फंसाने की धमकी देकर 59 लाख 44 हजार 307 रुपये की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधी को सीआईडी ने गिरफ्तार किया है। आरोपित महिला और ग्रामीण विकास कल्याण समिति के नाम पर खोले गए खाता में ठगी का पैसा मंगवाता था। गिरफ्तार आरोपितों में बिहार के पटना जिले के सुलतानगंज थाना क्षेत्र के टिकिया टोली महेंद्रु निवासी अजय कुमार सिन्हा और सौरभ शेखर का नाम शामिल है। आरोपितों के निशानदेही पर दो मोबाईल, तीन सिम, दो आधार कार्ड, दो चेकबुक और घटना से संबंधित व्हाट्सएप चैट पुलिस ने बरामद किया है।
सीआईडी के रांची साईबर क्राईम थाना की डीएसपी नेहा बाला ने गुरुवार को बताया कि इस संबंध में 28 मार्च को साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया था। आरोपित पीड़ित को व्हाट्सएप कॉल कर सीबीआई अधिकारी बताकर मनी लॉन्ड्रिंग के फर्जी केस में फंसाने और डिजिटल अरेस्ट करने की धमकी देकर 59,44,307 रुपये की साईबर ठगी की गयी थी। अनुसंधान के क्रम में प्राप्त तकनीकी और दस्तावेजी साक्ष्य के आधार पर छापेमारी कर दोनों आरोपित को गिरफ्तार किया गया।
पकड़े गए आरोपित ने महिला और ग्रामीण विकास कल्याण समिति के नाम पर एचडीएफसी बैंक में एक खाता खुलवाया था। इसी खाते में पीड़ितों से ठगे गए पैसे जमा कराए जाते थे। ताकि धोखाधड़ी को किसी सामाजिक संस्था की आड़ में छुपाया जा सके। केवल एक दिन में इस खातें में 1,47,95,307 रुपये खाता में क्रेडिट हुआ है। नेशनल साइबर क्राइम रिपोटिंग पोर्टल पर खाते से संबंधित विभिन्न राज्यों में सात शिकायतें दर्ज हैं।
गिरफ्तार आरोपित स्वयं को ईडी, सीबीआई जैसे केंद्रीय एजेंसियों का अधिकारी बताकर पीड़ित को वीडियो कॉल करता था। कॉल के दौरान अपराधी सरकारी वर्दी पहने व्यक्ति का वीडियो दिखाकर विश्वास दिलाता है कि पीड़ित का नाम मनी लॉन्ड्रिंग या किसी अन्य गंभीर मामले में शामिल है। फिर ‘डिजिटल अरेस्ट’ की धमकी देकर पीड़ित को मानसिक रूप से भयभीत करता है। इस भय का लाभ उठाकर आरोपित पीड़ित से ठगी के उद्देश्य से तत्काल भुगतान की मांग करता है। भुगतान के लिए बैंक अकाउंट डिटेल्स साझा की जाती हैं। पीड़ित से एक या एक से अधिक बार में बड़ी धनराशि ट्रांसफर करवा ली जाती है।
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
