
पूर्वी चंपारण,13 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत उपभोक्ताओं को घटिया और कम मात्रा में राशन देने की शिकायत पर रक्सौल एसडीएम शिवाक्षी दीक्षित ने कड़ी कार्रवाई करते हुए रामगढ़वा एसएफसी गोदाम में छापेमारी कर गड़बड़ी का भंडाफोड़ किया है। कार्रवाई के क्रम में डीएसडी ठेकेदार और डिलीवरी बॉय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि सहायक गोदाम प्रबंधक फरार हैं।
रामगढ़वा एसएफसी गोदाम से पीडीएस दुकानदारों को कमीशन काटकर कम मात्रा में राशन की आपूर्ति की जा रही थी। इस संबंध में उपभोक्ताओं द्वारा की गई शिकायत पर एसडीएम ने जांच शुरू की। 9 अप्रैल को अहिरौलिया पंचायत के सभी पीडीएस डीलरों के गोदामों में स्टॉक और वितरण पंजी की जांच की गई। जांच में सामने आया कि टीपीडीएस गोदाम से निर्धारित मात्रा से कम राशन भेजा जा रहा था। इस खुलासे के बाद एसडीएम के निर्देश पर रामगढ़वा आपूर्ति पदाधिकारी रंजन कुमार ने रामगढ़वा थाना में आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई।
मामले में डीएसडी ठेकेदार राजेश कुमार गुप्ता और डिलीवरी बॉय राज कुमार उर्फ राजू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं सहायक गोदाम प्रबंधक सूरज प्रकाश फरार हैं, जिनकी संदेहास्पद भूमिका के चलते उनके खिलाफ भी कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। जांच में यह भी सामने आया कि उपभोक्ताओं से प्रति यूनिट आधा किलो राशन कम दिया जा रहा था। यह गोरखधंधा न केवल पीडीएस तक सीमित था, बल्कि पीएम पोषण योजना के तहत विद्यालयों में भेजे जाने वाले चावल की आपूर्ति में भी कटौती की जा रही थी। सूत्रों के अनुसार, इस गड़बड़ी में एक संगठित सिंडिकेट सक्रिय है, जिसमें कई अधिकारी भी शामिल है।डीएम सौरभ जोरवाल ने इस मामले में सभी की भूमिका के जांच के निर्देश दिये है।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार
