HEADLINES

प्रकाशम बैराज गेट को नष्ट करने की साजिश मामले में दो गिरफ्तार

प्राकाशम बैराज

विजयवाड़ा, 09 सितम्बर (Udaipur Kiran) । विजयवाड़ा पुलिस ने उस घटना की जांच तेज कर दी है, जहां प्रकाशम बैराज भारी नावों की चपेट में आकर नष्ट हो गया था। विजयवाड़ा पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां न्यायमूर्ति ने इन्हें 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया है।

डूबने वाली तीन नावों और उसके मालिक की पहचान कुक्कलगड्डा उषाद्रि के रूप में की गई है। उषाद्रि के साथ पुलिस ने सुरयापालेम निवासी कोमाटी रेड्डी राममोहन को भी गिरफ्तार किया है।

बतादें कि इस महीने की एक तारीख को चार नावें प्रकाशम बैराज के काउंटरवेट से टकराई थीं। परिणामस्वरूप गेट संख्या 67, 69 और 70 पर लगभग 17 टन काउंटरवेट नष्ट हो गए। डूबी नावों के मालिक प्रशासन के चेतावनी के बावजूद न तो खुद आगे आए और न ही घटना पर कोई सफाई दी है।

सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा घटना की जांच के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराने पर जांच में पुलिस ने पाया कि नावों को डुबाने में मालिकों ने लापरवाही बरती.. क्या नावों को डुबाने में कोई साजिश है? इसकी भी जांच की जा रही है।

वहीं, सत्ताधारी तेलुगू देशम पार्टी का कहना है कि तीनों नाव पर विपक्षी वैकापा पार्टी के रंगों के साथ पाए गए। क्या इसमें पार्टी नेताओं की कोई संलिप्तता है? उस पहलू पर भी जांच की जा रही है। कोर्ट से रिमांड के बाद साजिश पर गहन जांच की जायेगी।

इस बीच विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं ने कहा है कि प्रकाशम बैराज में बाढ़ की चपेट में आई नावों के मामले में आरोपित मुख्यमंत्री के बेटे और राज्यमंत्री लोकेश का करीबी है। पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाए कि चंद्रबाबू के आदेश पर पुलिस ने कल देर रात कोमाती राममोहन और उषाद्रि नाम के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उनका आरोप है कि नावों के बैराज से टकराने के पीछे कोई साजिश थी. एक आरोपी उषाद्रि चार या पांच साल पहले अपनी नावें बेच दी थीं। इसके अलावा, दूसरे आरोपी राममोहन टीडीपी एनआरआई विंग के अध्यक्ष कोमाटी जयराम के करीबी रिश्तेदार हैं। वाईएसआर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू पर आरोप लगाए कि बाढ़ की स्थिति पर राज्य सरकार के विफलता को छुपाने के लिए और लोगों को गुमराह करने के लिए यह सब नाटक रचा गया है।

—————

(Udaipur Kiran) / नागराज राव

Most Popular

To Top