-पेड़ों की रक्षार्थ प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों की याद में भरा मेला, रक्तदान किया, देशभर से जुटेे बिश्नोई समाज के लोग
जोधपुर, 13 सितम्बर (Udaipur Kiran) । खेजड़ली शहीदी राष्ट्रीय पर्यावरण संस्थान व अखिल भारतीय बिश्नोई जीव रक्षा सभा की ओर से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला खेजड़ली शहीदी मेले का आयोजन शुक्रवार को खेजड़ली स्मारक परिसर में किया गया। पेड़ों की रक्षार्थ अपने प्राणों की आहुति देने वाले 363 लोगों की याद में यह मेला भरा गया। यहां पर्यावरण रक्षार्थ विष्णु हवन कुंड में आहुतियां व परिक्रमा कर अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। साथ ही खेजड़ली परिसर में नवनिर्मित जम्भेश्वर मंदिर में पर्यावरण प्रेमियों ने परिक्रमा देकर गुरु जंभेश्वर के बताए मार्ग व 29 नियमों की आचार संहिता पर चलने का संकल्प लिया।
जोधपुर शहर से करीब 28 किलोमीटर दूर खेजड़ली में अमृता देवी के नेतृत्व में विक्रम संवत् 1787 भादवा शुक्ल पक्ष की दशमी को अपने प्राणोत्सर्ग करने वाले 363 शहीदों की स्मृति में शुक्रवार को विश्नोई समाज के लोगों द्वारा पर्यावरण मेले का आयोजन किया गया। सुबह विष्णु हवन व 120 शब्दवाणी और वैदिक मंत्रोच्चार से पाहल (पवित्र जल) का आचमन कर पूरे दिन सैकड़ों किलोग्राम घी व खोपरा की आहुतियां दी गई। खेजड़ली शहीदी राष्ट्रीय पर्यावरण संस्थान के अध्यक्ष मलखानसिंह बिश्नोई ने बताया कि मेले में देशभर से समाज के श्रद्धालुओं के साथ बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी शामिल हुए। शहीदों की स्मृति में बनाए गए शहीद स्तम्भ पर सुबह ध्वजारोहण, हवन किया गया। इस मौके गुरु जंभेश्वर प्रदत्त 120 शब्द वाणी एवं वेत्र मंत्रों के साथ पर्यावरण संरक्षण हवन हुआ। वहीं खेजड़ली स्मारक स्थल परिसर में हर वर्ष की भांति विश्नोई टाईगर्स वन्य एवं संस्था विश्नोई टाईगर फोर्स द्वारा 363 शहीदों की स्मृति में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के मंच पर सभी रक्तदाताओं को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। मेले में दूर-दूर से पर्यावरणविद् सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और शहीदों के स्मारक पर सामूहिक पर्यावरण यज्ञ में आहुति देकर श्रद्धांजलि दी।
हवन, पाहल तथा ध्वजारोहण
खेजड़ली पर्यावरण संस्थान के ओपी धायल ने बताया कि शुक्रवार को खेजड़ली पर्यावरण शहीदी मेले से पहले सुबह हवन व पाहल तथा इसके बाद शहीद स्मारक पर ध्वजारोहण के साथ मेले की शुरूआत हुई। इस मौके पर मेला स्थल पर खुला अधिवेशन का आयोजन हुआ, जिसमें राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, संसदीय कार्य विभाग, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, पूर्व उपमुख्यमंत्री व टोंक विधायक सचिन पायलट सहित हजारों पर्यावरण प्रेमी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे तथा 363 शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
(Udaipur Kiran) / सतीश