Bihar

भारत रत्न से सम्मानित मौलाना अबुल कलाम आजाद को उनकी जयंती पर किया गया याद,दी गई श्रद्धांजलि

अररिया फोटो:मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर मौजूद शिक्षक और छात्र छात्राएं

अररिया, 11 नवम्बर (Udaipur Kiran) ।

स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री एवं भारत रत्न से सम्मानित मौलाना अबुल कलाम आजाद को उनकी जयंती पर सोमवार को याद कर उन्हे श्रद्धांजलि दी गई।फारबिसगंज के एसजी टीचिंग सेंटर में मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाई गई।जिसकी अध्यक्षता संस्थान के निदेशक राशिद जुनैद ने की।

मौके पर छात्र- छात्राओं के बीच भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने मौलाना अबुल कलाम आजाद की जीवनी पर अपनी बात रखी। समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षक राजकुमार यादव ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म सऊदी अरब के मक्का शहर में हुआ था, लेकिन वह मूल रूप से भारतीय परिवार से थे।मौलाना अबुल कलाम आजाद एक अच्छे लेखक, पत्रकार और महान राजनीतिज्ञ के रूप में अपनी पहचान बनाई। शिक्षिका आयशा अख्तर ने बताया कि भारत रत्न मौलाना आजाद की राजनीति में अहम रुचि थी। वे सबसे कम उम्र के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1940 में अध्यक्ष बने। वे गांधीजी विचारों के हितैषी थे और सांप्रदायिक राजनीति के घोर विरोधी थे।

उन्होंने ख़िलाफत आंदोलन, असहयोग आंदोलन आदि में अहम भूमिका निभाई। देश के आजादी के उपरांत भारत के प्रथम शिक्षामंत्री के रूप में उन्होंने भारत में आधुनिक शिक्षा प्रणाली की नींव रखी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन,भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जामिया मिलिया इस्लामिया और आईआईटी खड़गपुर जैसे संस्थानों की स्थापना की। वही शिक्षक करण कुमार साह ने अपनी वक्ता में कहा कि मौलाना आजाद देश के नौनिहाल बच्चों के लिए केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर, 14 साल तक के बच्चों के लिए मुफ़्त और अनिवार्य शिक्षा पर ज़ोर दिया जिसके माध्यम से बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका रही। साथ ही उन्होंने साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी, और संगीत नाटक अकादमी जैसी संस्थाओं की स्थापना कर शिक्षा में सर्वांगीण विकास पर बल दिया।

इस मौके पर शिक्षकों में ललन कुमार मंडल, अफसाना राही, एसपी सिंह, शमी अहमद, अभिलाषा यादव, रोहित कुमार, डॉ० आनंद यादव, रविंद्र कुमार, सुरेंद्र कुमार, प्रिंस कुमार, विशाल प्रियदर्शी मुदस्सिर नजर, अली अंसारी व छात्र- छात्राओं में अभिषेक, कस्तूरी, कशिश, रूपेश, सना, गौरव, सोनाक्षी, शमा, सायमा, रोशन, तरन्नुम, अमरेश, गौतम, अर्पिता, रिया, अंशु, सुमन, सादिया, अंकित, शायका, समीर, भूषण, आलोक, कामरान, अमन, रवि, महबूब, शोएब, करण, माजिद, सत्यम, सपना , आयशा, राहुल, खुशबू सहित दर्जनों छात्र- छात्राएं मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / राहुल कुमार ठाकुर

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