
जयपुर, 19 मार्च (Udaipur Kiran) । जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजस संघ के माध्यम से जनजाति कल्याण की विभिन्न योजनाओं का सुचारू संचालन किया जा रहा है।
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस संघ के उद्देश्यों को पूरा करने के राज्य सरकार संवेदनशील होकर काम कर रही है।
इससे पहले विधायक डॉ. दयाराम परमार के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री ने बताया कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अधीन राजस्थान जनजाति क्षेत्रीय विकास सहकारी संघ लि. उदयपुर (राजससंघ) संचालित है। आदिवासियों के विकास एवं कल्याण हेतु सहकारी अधिनियम 1965 के अधीन शीर्ष संस्था के रूप में 27 मार्च 1976 को रजिस्ट्रार, सहकारी समितियाँ, राज. जयपुर से पंजीकृत कराकर राजससंघ की स्थापना की गयी है।
उन्होंने बताया कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा समय-समय पर आवंटित 4 विभिन्न जनजाति कल्याण की योजनाएं राजससंघ द्वारा संचालित की जा रही हैं। राजससंघ उदयपुर में एक अधिकारी व 16 कर्मचारी कार्यरत हैं, इनमें से 4 कर्मचारी जनजाति वर्ग के हैं। उन्होंने वर्तमान में संचालित योजनाओं एवं कार्यरत कार्मिकों का विवरण सदन के पटल पर रखा।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
