भोपाल, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । उज्जैन में बाबा महाकाल की सावन महीने की पहली सवारी सोमवार को निकाली गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप सवारी में पहली बार जनजातीय कलाकारों का दल प्रस्तुति दे रहा है। अब तक सवारी में केवल परंपरागत भजन मंडल दल ही शामिल होते थे। बाबा महाकाल की सवारी में धार-झाबुआ के भील जनजातीय दल के सदस्यों ने उत्साह से सहभागिता करते हुए भगोरिया नृत्य की प्रस्तुति दी। जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के माध्यम से भागीदारी कर रहे हैं। बता दें कि प्रति सोमवार अलग अलग जिलों से जनजातीय कलाकार उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल सवारी में हिस्सा लेंगे।
बाबा महाकाल की सवारी में जनजातीय वर्ग के प्रतिनिधि भी हुए शामिल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्रावण माह में प्रथम सोमवार पर आज भगवान महाकाल की प्रथम सवारी के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा के श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान करते हुए कामना की है कि बाबा की कृपा उन पर बनी रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मंत्री भी सवारी में शामिल हो रहे हैं। उज्जैन में सावन माह के सोमवार को निकलने वाली महाकाल की प्रथम सवारी में मुख्यमंत्री डॉ. यादव की ओर से जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट सवारी में शामिल हुए।
डॉ. यादव ने बताया कि बाबा महाकाल की सवारी के दर्शन और स्वागत के लिए जनजातीय इलाकों से भी श्रद्धालु पहुंचे हैं। सवारी के अवसर पर धार, झाबुआ और अन्य जिलों के जनजातीय समाज के बंधु भी भागीदारी करने के लिए आये हुए हैं। आगे भी अन्य जिलों से जनजातीय समाज के भाई-बहन सवारी में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान महाकाल श्रावण माह में सोमवार को अपने धाम से नगर भ्रमण पर निकलते हैं। माँ क्षिप्रा के किनारे और उज्जैन नगर में अन्य स्थानों पर बाबा महाकाल की सवारी के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह- उमंग देखते ही बनता है। इस सवारी के दर्शन के लिए और मनोकामना लिए देश -विदेश के अनेक स्थानों से लोग उज्जैन आते हैं। आज बाबा महाकाल की सवारी के प्रत्यक्ष दर्शन के साथ ही अन्य इलेक्ट्रानिक माध्यमों से द्वारा किये जाने वाले सजीव प्रसारण से भी दर्शन संभव है। सावन के महीने में सोमवार को बाबा महाकाल की प्रथम सवारी के दर्शन के लिए भक्ति और उमंग का सागर उमड़ता है। प्रशासन द्वारा गरिमामय सवारी के लिए आवश्यक प्रबंध भी किए गए हैं। बाबा महाकाल की सवारी को और अधिक भव्य एवं आकर्षक बनाने के लिये श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत / राजू विश्वकर्मा