नैनीताल, 21 सितंबर (Udaipur Kiran) । हाईकोर्ट ने नोटिफिकेशन जारी कर जजों के स्थानांतरण किए हैं, जिसमें सहदेव सिंह पीठासीन अधिकारी खाद्य सुरक्षा अपीलीय न्यायाधिकरण, देहरादून को जिला एवं सत्र न्यायाधीश रुद्रप्रयाग के पद पर स्थानांतरित किया गया है। जो एसएमडी दानिश के स्थान पर नियुक्त किए जाएंगे। धर्म सिंह जिला एवं सत्र न्यायाधीश, चमोली को रजिस्ट्रार (सतर्कता), उत्तराखंड उच्च न्यायालय, नैनीताल के रिक्त पद पर स्थानांतरित किया गया है। बिन्ध्याचल सिंह न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय हल्द्वानी जिला नैनीताल को धरम सिंह के स्थान पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, चमोली के पद पर स्थानांतरित किया गया है।
मनोज गर्ब्याल रजिस्ट्रार (न्यायिक) उत्तराखंड उच्च न्यायालय नैनीताल को स्थानांतरित कर रितेश कुमार श्रीवास्तव के स्थान पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश काशीपुर जिला उधम सिंह नगर के पद पर तैनात किया गया है। महेश चंद्र कौशिवा द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश देहरादून को प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश देहरादून के पद पर तैनात किया गया है जो मनीष मिश्रा के स्थान पर होंगे। महेश चन्द्र कौशिव को अपने वर्तमान कर्तव्यों के अतिरिक्त देहरादून में उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एवं असामाजिक क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 1986 की धारा 5(1) के अन्तर्गत गठित विशेष न्यायालय का पूर्व में सौंपा गया कार्यभार जारी रखने का निर्देश दिया गया है। रितेश कुमार श्रीवास्तव प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश काशीपुर, जिला उधम सिंह नगर को स्थानांतरित कर मनोज गर्ब्याल के स्थान पर रजिस्ट्रार (न्यायिक), उत्तराखंड उच्च न्यायालय, नैनीताल के पद पर तैनात किया गया है। धर्मेन्द्र सिंह अधिकारी को अपने वर्तमान कार्यभार के अतिरिक्त संपूर्ण उत्तराखंड के लिए भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम (सीबीआई) तथा सचिव लोकायुक्त उत्तराखंड, देहरादून का कार्यभार जारी रखने का निर्देश दिया गया है। उदय प्रताप सिंह न्यायाधीश परिवार न्यायालय खटीमा जिला उधम सिंह नगर को राहुल गर्ग के स्थान पर प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नैनीताल के पद पर स्थानांतरित किया गया है। मदन राम चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश देहरादून को तृतीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद पर तैनात किया गया है।
वहीं, शासन द्वारा 5 जुलाई को जारी अधिसूचना के मुताबिक हाईकोर्ट ने राज्य के छह जिलों में परिवार न्यायालय शुरू करने के आदेश जारी किए हैं। जबकि कई अन्य परिवार न्यायालयों को अपग्रेड कर इन न्यायालयों में उच्च न्यायिक सेवा के जज नियुक्त किए जा रहे हैं । इधर शनिवार को कई न्यायिक अधिकारियों के स्थानांतरण आदेश भी जारी किए हैं ।
हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के निर्देश पर रजिस्ट्रार जनरल की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक 6 जिलों में परिवार न्यायालय शुरू करने व इन जिलों में बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के जिला न्यायाधीशों से अपने मूल कार्यभार के अलावा, इन पारिवारिक न्यायालयों के पीठासीन अधिकारी के रूप में कार्य करने को कहा गया है। इस आदेश के मुताबिक पारिवारिक मामलों की सुनवाई करते समय वे पारिवारिक न्यायालयों के न्यायाधीश होंगे। अब से, सभी पारिवारिक मामले सिविल जज की अदालत के बजाय जिला एवं सत्र न्यायाधीशों की अदालतों में शुरू किए जाएंगे और ऐसे मामलों की सुनवाई जिलों के जिला एवं सत्र न्यायाधीशों द्वारा, पारिवारिक न्यायालयों के न्यायाधीशों की क्षमता में की जाएगी। उपरोक्त जिलों के सिविल न्यायाधीशों (सीनियर डिवीजन) के न्यायालयों के विचाराधीन पारिवारिक मामलों को जिला न्यायाधीशों के न्यायालयों में स्थानांतरित किया जाएगा और वे संबंधित जिलों के पारिवारिक न्यायालयों के न्यायाधीशों की क्षमता में ऐसे मामलों की सुनवाई करेंगे। जो सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालतों में लंबित हैं। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
इसके अलावा ऋषिकेश, रुड़की व देहरादून के परिवार न्यायालय को अपग्रेड किया गया है। इन न्यायालयों के पीठासीन अधिकारी अब उच्च न्यायिक सेवा के जज होंगे। अभी तक इन न्यायालयों में सिविल जज सीनियर डिवीजन तैनात थे।
(Udaipur Kiran) / लता