Madhya Pradesh

गैंगमैनों के नाम पर आई करोड़ों रुपए की राशि दूसरे खातों में कर दी ट्रांसफर

शिवपुरी के पीडब्ल्यूडी में 7 करोड़ का घोटाला सामने आया

– शिवपुरी के पीडब्ल्यूडी में 7 करोड़ का घोटाला सामने आया

शिवपुरी, 27 मार्च (Udaipur Kiran) । शिवपुरी जिला मुख्यालय पर स्थित पीडब्ल्यूडी संभाग-एक में 7 करोड रुपए का घोटाला सामने आया है। इस 7 करोड रुपए के घोटाले में पीडब्ल्यूडी के पांच तत्कालीन ईई, तीन संभागीय लेखा अधिकारी से 15 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि यहां पर गैंगमैनों के नाम पर जो राशि विभाग को प्राप्त हुई थी उसे राशि को यहां के लेखा विभाग और अधिकारियों ने मिलकर दूसरे लोगों के खातों में ट्रांसफर कर दी। आयुक्त कोष एवं लेखा मध्यप्रदेश भोपाल ने घोटाले को पकड़ लिया। घोटाले को पकड़ने के बाद आयुक्त कोष एवं लेखा मध्यप्रदेश ने इस मामले में शिवपुरी कलेक्टर को पत्र लिखकर जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने इस मामले में डिप्टी कलेक्टर से जांच कराई। पूरा रिकॉर्ड जप्त किया गया और अब इस मामले में शिवपुरी की कोतवाली थाना क्षेत्र में 15 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है

कोतवाली में 15 लोगों पर एफआईआर दर्ज-

इस घोटाले में कलेक्टर के आदेश पर चार सेवानिवृत्त कार्यपालन यंत्री सहित पांच कार्यपालन यंत्रियों, तीन संभागीय लेखा अधिकारी, दो सहायक ग्रेड दो कर्मचारियों के अलावा 5 आउटसोर्स कर्मचारियों सहित 15 लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। इसमें आउटसोर्स कर्मचारी गौरव श्रीवास्तव ने गैंगमैनों के नाम पर 5, 38, 35, 808 रुपए अपने खाते में ट्रांसफर किए। इसी प्रकार आउटसोर्स कर्मचारी सौरभ श्रीवास्तव, शाहरुख खान, नसीम खान और धूलजी एवं सरिता देवी समाज सुधार के द्वारा भी पैसों का गबन किया गया था। घोटाले की रकम करीब सात करोड़ थी।

भोपाल से कलेक्टर को लिखा गया पत्र-

इस मामले में आयुक्त कोष एवं लेखा मध्यप्रदेश भोपाल ने एसपी एवं कलेक्टर को 25 मार्च को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के लिए कहा था। कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने इस मामले की जांच के लिए डिप्टी कलेक्टर अनुपम शर्मा को भेेजा था। पूरा रिकॉर्ड जब्त कर रिकॉर्ड को चेक करने के बाद जांच प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर को दिया गया। जिसके आधार पर वरिष्ठ कोषालय अधिकारी छवि जैन विरमानी के हस्ताक्षर से कोतवाली थाने में एफआइआर के लिए आवेदन दिया गया है।

इनके खिलाफ दर्ज हुई एफआइआर-

सेवानिवृत्त कार्यपालन यंत्री ओमहरि शर्मा, जीबी मिश्रा, बीएस गुर्जर, हरिओम अग्रवाल व कार्यपालन यंत्री धर्मेंद्र सिंह यादव व आहरण अधिकारी दायित्वों का पालन नहीं करने और लाग-इन पासवर्ड अनाधिकृत व्यक्ति को सौंपने का आरोप है। संभागीय लेखा अधिकारी एचके मीना, संजय शर्मा, वैभव गुप्ता पर भी दायित्वों के निर्वाहन नहीं करने का आरोप है। सहायक ग्रेड-3 दयाराम शिवहरे पर आइएफएमआइएस क्रियेटर के दायित्वों का पालन नहीं करने और अनाधिकृत व्यक्ति को लाग-इन पासवर्ड देने का आरोप है। सहायक ग्रेड-3 प्रेमनारायण नामदेव पर कपटपूर्ण भुगतान के मुख्य आरोपित गौरव श्रीवास्तव से अपने खाते में पैसा ट्रांसफर कराने ओर कपटपूर्ण भुगतान में शामिल होने का आरोप है। आउटसोर्स कर्मचारी गौरव श्रीवास्तव पर अनाधिकृत रूप से आहरण अधिकारी के लाग-इन का उपयोग कर शासकीय राशि अपने और अन्य 4 खातों में ट्रांसफर करने का आरोप है। आउटसोर्स कर्मचारी सौरभ श्रीवास्तव, शाहरुख खान, नसीम खान, धूलजी एवं सरिता देवी ने राशि अपने खाते में ट्रांसफर करने के बाद इसका उपयोग भी किया।

(Udaipur Kiran) / रंजीत गुप्ता

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