Haryana

हिसार: पशुपालन व डेयरी विभाग के चिकित्सकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण

वार्षिक प्रशिक्षण कैलेंडर का विमोचन करते आयुक्त एवं सचिव विजय सिंह दहिया।

प्रशिक्षक प्रशिक्षण संस्थान हिसार के वार्षिक प्रशिक्षण कैलेंडर का किया गया विमोचनहिसार, 21 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा पशुपालन विभाग के आयुक्त एवं सचिव विजय सिंह दहिया ने हिसार के प्रशिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के वार्षिक प्रशिक्षण कैलेंडर का विमोचन किया। वार्षिक प्रशिक्षण कैलेंडर में संस्थान में अलग-अलग विषयों पर 12 प्रशिक्षण कार्यक्रम, अन्य संस्थानों के सहयोग से पांच प्रशिक्षण कार्यक्रम, 10 विभिन्न विषयों पर ऑनलाइन/वेबिनार प्रशिक्षण कार्यक्रम, पशु चिकित्सकों की एक वर्कशॉप और संस्थान के फैकल्टी सदस्यों के लिए विदेशी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। एचवीटीआई की ओर से आयोजित वेबिनार प्रशिक्षण कार्यक्रमों में बर्ड फ्लू व आयुर्वेद आधारित पारंपरिक पशु चिकित्सा मुख्य रूप से शामिल रहेंगे। इसके अतिरिक्त कार्यस्थल योग्यता, तनाव प्रबंधन, नैतिकता और व्यक्तिगत विकास संबंधी प्रशिक्षण यह संस्थान विशेष रूप से आयोजित करेगा। उन्होंने बताया कि यह संस्थान पशु चिकित्सकों और पशु चिकित्सा पशुधन विकास सहायकों के लिए पूरे वर्ष विभिन्न रिफ्रेशर पाठ्यक्रम, ब्रिज कोर्स और इंडक्शन कोर्स आयोजित करता है ताकि उनके मध्य कैरियर कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण दिया जा सके। प्राथमिक ध्यान ‘करके सीखने‘ पर है, जिसमें सरकारी पशुधन फार्मों और गोसदन से पशुओं पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. सुखदेव राठी व फैकल्टी सदस्य डॉ राजीव बांगड ने बुधवार को बताया कि हरियाणा सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने पशु चिकित्सकों के मध्य-कैरियर कौशल को बढ़ाने के उद्देश्य से मई 2001 में हिसार में प्रशिक्षक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना कृषि एवं मानव संसाधन विकास कार्यक्रम के तहत विश्व बैंक सहायता से की गई। आयुक्त एवं सचिव ने बताया कि पशु चिकित्सकों और पशु चिकित्सा सहायक के अलावा, संस्थान राज्य पशुपालन विभाग के उप निदेशकों और उप-मंडल अधिकारियों के लिए तकनीकी और प्रशासनिक प्रशिक्षण भी प्रदान करता है। इसके अलावा, यह विभाग के पशु चिकित्सा सर्जनों के लिए पशुपालन कार्यशालाओं का भी आयोजन करता है।वर्ष 2024-25 में विभाग के 1666 अधिकारियों व कर्मचारियों को किया प्रशिक्षितप्रशिक्षक प्रशिक्षण संस्थान से डॉ. रविंदर सैनी व डॉ. रामकरण ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में एचवीटीआई ने कुल 41 प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हरियाणा के सभी 22 जिलों से विभाग के 1666 अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। अन्य प्रसिद्ध संस्थानों के सहयोग से भी दिया जाता है प्रशिक्षण

यह प्रशिक्षण संस्थान राष्ट्रीय संस्थानों और राज्य पशु चिकित्सा विश्वविद्यालयों के साथ भी सहयोग करता है जिसमें केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान हिसार, एक्सटेंशन शिक्षा संस्थान नीलोखेड़ी, लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय हिसार, राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र हिसार और राष्ट्रीय सूअर अनुसंधान केंद्र, गुवाहाटी, असम के साथ सहयोग कर प्रशिक्षण करवाता है। उन्होंने बताया कि संस्थान ने भारतीय पशु चिकित्सा परिषद, नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित दो कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन भी किया है। जिसमें हिमीकृत वीर्य प्रबंधन और पशु प्रजनन स्वास्थ्य प्रबंधन शामिल है।इस अवसर पर महानिदेशक, पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग डॉ. प्रेम सिंह, प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. सुखदेव राठी व फैकल्टी सदस्य डॉ. राजीव बांगड, डॉ. रविन्द्र सैनी और डॉ. रामकरण मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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