
कठुआ 17 फरवरी (Udaipur Kiran) । शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी ऑफ जम्मू के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत कृषि विज्ञान केंद्र कठुआ ने स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं के लिए न्यूट्री-मिक्स फॉर्मूला की तैयारी पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया।
कार्यक्रम माननीय कुलपति डॉ. बीएन त्रिपाठी एसकेयूएएसटी जम्मू के गतिशील नेतृत्व और डॉ. अमरीशवैद निदेशक एक्सटेंशन एसकेयूएएसटी जम्मू के मार्गदर्शन में शुरू किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को उनके क्लस्टर गांवों में ग्राहकों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं के लिए न्यूट्री-मिक्स फॉर्मूला तैयार करने के बारे में परिचित कराना था। कार्यक्रम मिशन निदेशालय जम्मू और कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा प्रायोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को पोषण और आजीविका सुरक्षा में सुधार के लिए ज्ञान और कौशल के साथ सशक्त बनाना है।
केवीके कठुआ के प्रमुख डॉ. विशाल महाजन की अध्यक्षता में उद्घाटन सत्र में स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने में संतुलित पोषण की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने एसएचजी सदस्यों को व्यावहारिक ज्ञान से लैस करने के महत्व पर जोर दिया जो समुदाय तक पहुंच सके, जिससे पोषण और आजीविका दोनों चुनौतियों का समाधान हो सके। तकनीकी सत्र की शुरुआत डॉ अनामिका जामवाल मुख्य वैज्ञानिक (पौधा संरक्षण) केवीके कठुआ द्वारा परिचय और कार्यक्रम अवलोकन के साथ हुई। तकनीकी विशेषज्ञ डॉ सबाहत सहायक प्रोफेसर (गृह विज्ञान) डॉ सवेला सहायक प्रोफेसर (गृह विज्ञान) और कमलाश, सहायक को गृह विज्ञान विभाग गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज कठुआ से आमंत्रित किया गया था। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों की न्यूट्री-मिक्स फॉर्मूला तैयारी की समझ को बढ़ाने के लिए इंटरैक्टिव सत्र और व्यावहारिक प्रदर्शन शामिल थे। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. बर्जेश अजरावत मुख्य वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र कठुआ ने किया।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
