बीकानेर, 23 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान के तत्वावधान मेें खेजड़ी के प्रवर्धन एवं रोपण प्रारुप तकनीक पर नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित परियोजना के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम को कृषि विज्ञान केंद्र, लूनकरनसर में किया गया। जिसमें 30 से अधिक किसानों एवं नर्सरी उद्यमियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण में संस्थान के निदेशक ने मुख्य अतिथि के रुप में केंद्र की प्रौद्योगिकियों की जानकारी हितग्राहियों को प्रदान की जिसको अपनाकर कृषक आय, रोजगार व पर्यावरणीय सुरक्षा प्राप्त कर सकते हैं। परियोजना प्रभारी डॉ. डी.के.सुरोलिया ने नाबार्ड द्वारा पोषित प्रोजेक्ट में खेजड़ी का महत्व व रोपण तकनीकियों को विस्तान से बताया साथ ही लोकेश कुमार ने खेजड़ी पर कलिकायन को प्रदर्शित कर बताया। कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को उनके खेत में पहले से उगी हुई देशी खेजड़ी के ऊपर संस्थान द्वारा विकसित उन्नत किस्म ‘थार शोभा’ की कलम करने की विधि का प्रशिक्षण भी दिया गया। साथ ही खेजड़ी का बाग लगाने के प्रारुप की तकनीकों के बारे में भी किसानों को जानकारी दी गयी। कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. आर.के.सिवरान, वैज्ञानिक व अध्यक्ष, केवीके, लूनकरनसर से संपर्क किया जा सकता है। डॉ. भगवत सिंह, श्योजीराम, कानाराम गोदारा भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / राजीव