चिरांग (असम), 18 जनवरी (Udaipur Kiran) । चिरांग जिले के भारत-भूटान सीमा के शांतिपुर स्थित निजलागुरी में हिरिम्बापुरी बाथौ गौथार प्रांगण में माघौ दोमासी के उपलक्ष्य में 50 गांवों के लोगों ने एकत्र होकर बोड़ो समुदाय के पारंपरिक खाद्य मेला और रसोई प्रतियोगिता का आयोजन किया।
इस मेले का उद्देश्य नई पीढ़ी को बोड़ो समुदाय के पारंपरिक व्यंजनों से परिचित कराना और इस परंपरा को जीवित रखना था। मेले में 2024 में जीआई-टैग प्राप्त बोड़ो समुदाय के पारंपरिक व्यंजनों को विशेष महत्व दिया गया।
प्रतियोगिता में अनला, नार्जी, नाफाम बाटोन, ओमा बेदार (सुअर का मांस), थाचो बिचन और सोबाई जैसे पारंपरिक व्यंजनों ने विशेष स्थान प्राप्त किया।
प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश