रायगढ़, 31 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर संजीव शुक्ला के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक रायगढ़ दिव्यांग पटेल के द्वारा लगातार आनलाईन ठगी के प्रकरण में उप पुलिस अधीक्षक सायबर अभिनव उपाध्याय को सायबर सेल में अलग से आनलाईन फ्राॅड सेल का गठन कर प्रकरण में सूक्ष्मता से जांच कर अखिल भारत में आरोपितों की पहचान पतासाजी एवं गिरफतारी करने के निर्देश दिये गये थे।इसी तारतम्य में सायबर की टीम द्वारा लगातार ट्रेडिंग स्कैम के जटिल जाल की विभिन्न कड़ियों को सुलझाने का सार्थक प्रयास किया जा रहा था। थाना तमनार में दर्ज अपराध क्रमांक 187/24 धारा 318(4), 3(5), 338, 340(2) भा.न्या.सं एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट कायम कर विवेचना में लिया गया था जिसकी सूक्ष्मता से पड़ताल करने पर आरोपियों की पहचान की गई जिनका दीगर राज्य पश्चिम बंगाल में होना पाया गया।
आज आयोजित प्रेसवार्ता में बताया गया कि पुलिस अधीक्षक द्वारा निरीक्षक तमनार आर्शीवाद रहटगांवकर के नेतृत्व में सायबर सेल तमनार खरसिया, जूटमिल, कोतरारोड़ आदि थानों की संयुक्त टीम को विभिन्न प्रकरणों में आरोपितों की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु दीगर राज्य झारखण्ड, बिहार, पश्चिम बंगाल भेजा गया था। जिस पर कार्रवाई करते हुये उक्त टीम को पूर्व में जामताड़ा(झारखण्ड) से 02 आरोपितों को गिरफतार करने के पश्चात्, पश्चिम बंगाल में भी ट्रेडिंग स्कैम को संचालित करने वाले 03 आरोपितों को गिरफ़्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है।
सावित्रीनगर कालोनी जे.पी.एल तमनार में रहने वाले गोपाल कृष्ण शर्मा के द्वारा शिकायत् दर्ज कराया गया कि, दिनांक 06.06.2024 को प्रार्थी के मोबाईल नंबर पर अज्ञात व्हाॅटएप नंबर से शेयर मार्केट में हाई रिटर्न प्राप्त करने हेतु ग्रो एप डाउनलोड करने हेतु मैसेज आया। ग्रो एप डाउनलोड नहीं होने पर उसी नंबर से उसे लिंक भेजा गया जिसको उसने अपने मोबाईल में डाउनलोड किया। प्रार्थी/पीड़ित को बताया गया कि यह एक इन्टरनेशनल एकाउण्ट है इसमें वह अपर सर्किट के शेयर तथा आई.पी.ओ. खरीद बेच सकता है। जिसमें प्रतिदिन 10 से 50 प्रतिशत तक रुपये कमा सकते है। उक्त एप के माध्यम से दिनांक 11 जून 2024 से 03जुलाई 2024 तक विभिन्न खातों में रुपये ट्रांसफर कराये गये। तीन जुलाई 2024 को पोर्टल में कुल राशि 59418711.00 रुपये दिखने लगे तो उसने रुपये निकालने हेतु रिक्वेस्ट किया किन्तु एकाउण्ट में रुपये ट्रांसफर नही हुये। उसके बाद प्रार्थी द्वारा शेयर मार्केट हेतु आरोपितों द्वारा बनाये गये व्हाॅटएप ग्रुप में रुपये विड्राल नहीं होने संबंधी मैसेज पोस्ट किया गया । व्हाट्सएप मैसेज द्वारा ही उसे बताया गया कि कुल प्राफिट का 15 प्रतिशत पर्सनल इन्कम टैक्स के रूप में जमा करना होगा, जो 7201817 रुपये है वरना वह रुपये नही निकाल सकता ।इस प्रकार प्रार्थी को बार-बार गुमराह कर उससे 11243913 (एक करोड़ बारह लाख तिरालीस हजार नौ सौ तेरह रुपये) की ठगी की गई।
शिकायत के आधार पर थाना तमनार मेें अपराध क्रमांक 187/24 धारा 318(4), 3(5), 338, 340(2) भा.न्या.सं एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट कायम कर विवेचना में लिया गया जिन खातों में रूपये ट्रांसफर हुये थे उनकी जानकारी ली गई।जांच में पाया गया कि ठगी के पैसे इनोवेटिव नामक खाते में जमा किए गए, जिसे गौरहरी मंडल संचालित करता था। इसके बाद, रायगढ़ पुलिस की टीम ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में छापेमारी कर गौरहरी मंडल, मैदुल शेख और चंदन उर्फ बाबू कहार को दबोच लिया। आरोपितों से प्रारंभिक पूछताछ पर यह पाया गया कि, यह ट्रेडिंग स्कैम पूरे भारतवर्ष में फैले म्यूल एकाउण्ट (समान्यतः करेंट एकाउण्ट जिसे उसके मूल धारक के द्वारा कुछ रुपयों के बदले किसी और को बेच दिया जाता है) संचालित किया जाता है। अतः प्रकरण में गहन पूछताछ के पश्चात अन्य आरोपियों की पहचान एवं बड़े नेटवर्क के खुलासे की संभावना है।रायगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ पूरे भारत में साइबर ठगी के कई बड़े मामलों का खुलासा हुआ है। थाना तमनार के अपराध के अलावा कुल 08 अन्य स्थानों पर कुल 13 करोड़ रुपये से अधिक की फ्राॅड रिर्पोटिंग पाई गई।
गिरफ्तार आरोपित –
गौरहरी मंडल पिता स्वर्गीय कनईलाल मंडल, उम्र 54 वर्ष, निवासी रायचैधरी बगान, वार्ड नंबर 06, थाना बोराईपुर, जिला 24 परगना साउथ, पश्चिम बंगाल।
मैदुल शेख पिता हसन शेख, उम्र 35 वर्ष, निवासी बलवानबारी, थाना बोराईपुर, जिला 24 परगना साउथ, पश्चिम बंगाल।
चंदन उर्फ बाबू कहार पिता स्वर्गीय पांचू कहार, उम्र 34 वर्ष, निवासी 13/14 पाईप पारा, मोईत मंच, थाना चितपुर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल।
(Udaipur Kiran) / रघुवीर प्रधान