

गाजियाबाद, 16 मई (Udaipur Kiran) । साहिबाबाद सब्जी मंडी में तुर्किये के फल आयात नहीं करने और उनकी बिक्री बंद करने के निर्णय के बाद अब गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर के ज्वेलर व्यापारियों ने भी तुर्किये के सोने-चांदी से बने आभूषण और अन्य उत्पादों को नहीं बेचने का निर्णय लिया है। व्यापारियों ने एलान किया है कि अब वे अपने शोरूमों में तुर्किये का कोई भी उत्पाद नहीं रखेंगे।
ज्वेलर व्यापारियों का कहना है कि इसके पीछे उनका मकसद तुर्किये की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना है क्योंकि इस देश ने भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच पाकिस्तान का साथ दिया था। उन्होंने बताया कि यह निर्णय इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के आह्वान पर लिया गया है।
एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राजकिशोर अग्रवाल ने बताया कि इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन ने आह्वान किया है कि तुर्किये का कोई भी उत्पाद ना बेचा जाए, ना ही आयात किया जाए। इसी को लेकर गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर के ज्वेलर व्यापारियों ने भी यह निर्णय लिया है। यह निर्णय आज से ही लागू हो गया है।
उन्होंने बताया कि गाजियाबाद और नोएडा में 200 से ज्यादा ऐसे बड़े ज्वेलरी शोरूम हैं जिनमें सोने व चांदी से बने जेवरात व अन्य उत्पाद की बिक्री की जाती है। गाजियाबाद, साहिबाबाद, मोदीनगर, मुरादनगर, लोनी, वैशाली, कौशाम्बी, इन्दिरपुरम में कई बड़े शोरूम हैं। इसी तरह ग्रेटर नोएडा में भी कई बड़े शोरूम में है जिनमे तुर्किये के उत्पाद बेचे जाते हैं। कुल कारोबार का करीब 15 प्रतिशत हिस्सा ज्वेलरी मार्केट में तुर्किये का है। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। तुर्किये ने दुश्मन देश पाकिस्तान का साथ दिया। अतः तुर्किये को सबक सिखाने के लिए यह निर्णय लिया है।
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(Udaipur Kiran) / फरमान अली
