गुवाहाटी, 04 नवंबर (Udaipur Kiran) । विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने एक राष्ट्रीय जिम्मेदार पर्यटन पहल ‘पर्यटन मित्र’ का शुभारंभ किया है। इस पहल का उद्देश्य पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र से जुड़े सभी प्रमुख हितधारकों जैसे टैक्सी, ऑटो चालक, होमस्टे संचालक, ढाबा मालिक, कैटरिंग सेवाएं, गाइड, पोर्टर, हस्तशिल्प और स्मृति चिह्न बनाने वाले, स्वयं सहायता समूह के सदस्य आदि के सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ाना है। इससे पर्यटकों के अनुभव को समृद्ध किया जा सकेगा और स्थानीय समुदायों को लाभ मिलेगा।
पर्यटन मित्र पहल से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि स्थायी पर्यटन प्रथाओं को बढ़ावा मिले, जो न केवल यात्रियों के लिए बल्कि, स्थानीय समुदायों के लिए भी फायदेमंद हो। मंत्रालय ने इसे पहले छह प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया था, जहां से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। इसके बाद, इस पहल को 50 गंतव्यों पर विस्तृत रूप से लागू करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें पायलट चरण में चुने गए स्थल भी शामिल हैं।
असम में, गुवाहाटी को इस पहल के तहत चुना गया है। इसके तहत, पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से भारत सरकार का पर्यटन विभाग और होटल प्रबंधन कैटरिंग टेक्नोलॉजी एवं एप्लाइड न्यूट्रिशन संस्थान (आईएचएमसीटी एंड एएन), गुवाहाटी ने एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम आज आईएचएमसीटी एंड एएन, गुवाहाटी के कैंपस में आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम के जरिए हितधारकों को पर्यटकों के साथ बेहतर संवाद और उनके अनुभव को बढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल सिखाए गए। पर्यटन मंत्रालय की यह पहल भारतीय पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने और स्थायी पर्यटन के सिद्धांतों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
(Udaipur Kiran) / देबजानी पतिकर