RAJASTHAN

भरतपुर-दौसा में मूसलाधार बारिश,  डीग के नगर में 9 इंच बारिश, बाढ़ के हालात

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जयपुर, 8 सितंबर (Udaipur Kiran) । मानसून की सक्रियता के चलते प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है और आगामी दो दिन तक जारी रहेगा। भरतपुर और दौसा में तेज बारिश के बाद बाढ़ के हालात बन गए है। जलसंसाधन विभाग के अनुसार डीग के नगर में 9 इंच बारिश दर्ज की गई। दौसा के कुंडल में 111, भांडारेज में 99, दौसा में 87, भरतपुर के पहाड़ी में 108, सीकरी में 70, डूंगरपुर के धम्बोला में 84 और प्रतापगढ़ में 79 मिमी बारिश दर्ज की गई। रविवार को जयपुर सहित करीब 16 शहरों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई।

बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र, 13 तक चलेगा तेज बारिश दौर

मौसम विभाग के अनुसार परिसंचरण तंत्र राजस्थान के मध्य भागों के ऊपर स्थित है तथा सतह से 5.8 किमी की ऊंचाई तक विस्तृत है। बंगाल की खाड़ी में बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र आज तीव्र होकर अवदाब बन चुका है। इसके आगामी 24 घंटों में उड़ीसा, पश्चिम बंगाल की ओर आगे बढ़ने तथा तीव्र होकर डीप डिप्रेशन बनने की संभावना है। 9 सितंबर को भरतपुर, जयपुर, अजमेर, कोटा, उदयपुर संभाग के अधिकांश भागों में मेघगर्जन के साथ मध्यम से तेज बारिश व कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। 10-11 सितंबर को पूर्वी राज के कुछ भागों में मध्यम बारिश जारी रहने तथा कोटा, उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश दर्ज होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 12-13 सितंबर को भारी बारिश की गतिविधियों में पुनः बढ़ोतरी होने तथा कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने की संभावना है। शनिवार को अलवर , भरतपुर, करौली, सिरोही, झालावाड़, बूंदी, बारां व टोंक जिले में कहीं कहीं भारी वर्षा दर्ज की गई है। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश कठूमर अलवर में 113 मिमी व पश्चिमी राजस्थान के सोजत , पाली में 40 मिमी बारिश दर्ज की गई है। रविवार को फलौदी सबसे गर्म रहा। यहां का अधिकतम तापमान 37.8 और न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री दर्ज किया गया।

अगस्त में ही पूरा कर दिया मानसून ने बारिश का कोटा

प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए है। लगातार एक के बाद एक एक्टिव मानसून सिस्टम की वजह से जून से लेकर 7 सितंबर तक खूब बारिश हुई। हालात यह है कि प्रदेश में बारिश का कोटा सितंबर के तीसरे-चौथे सप्ताह तक पूरा होता था वो करीब एक महीने पहले 17 अगस्त को ही पूरा हो चुका।

प्रदेश में इस बार इतनी बारिश हुई कि 33 में से 30 जिलों में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। यहां तक कि रेगिस्तान में भी इस बार पूरे सीजन में औसत से दोगुना बारिश हुई। जैसलमेर में 139.85 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। वहीं दौसा, करौली, टोंक और सवाई माधोपुर में 1 हजार एमएम से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में 7 सितंबर तक के आंकड़े देखें तो 33 में से झालावाड़, डूंगरपुर और सिरोही ही ऐसे जिले है, जहां मानसून की बारिश का कोटा पूरा नहीं हुआ। हालांकि अभी सितंबर के तीन सप्ताह की बारिश होनी और शेष है और संभावना है कि इन जिलों में भी मानसून की बारिश का कोटा पूरा हो जाएगा।

जैसलमेर-दौसा जिले में इस सीजन मानसून कोटे से दो गुना से ज्यादा बरसात हो चुकी है। जैसलमेर में पूरे सीजन में कुल बरसात 176.9 मिमी होती है, जबकि इस बार यहां 7 सितंबर तक 424.3 मिमी बरसात हो गई जो कि औसत बारिश से 140 फीसदी ज्यादा है।

इसी तरह दौसा में औसत बारिश 594.5 मिमी होती है, जबकि इस सीजन में अब तक 1267.2 मिमी बारिश हो चुकी है, जो कि औसत से 113 फीसदी ज्यादा है।

बांसवाड़ा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, जालोर, प्रतापगढ़, कोटा, बारां और झुंझुनूं जिलों में इस सीजन में अब तक मानसून कोटे को पार करके 25 फीसदी तक ज्यादा बारिश हो चुकी है।

बीसलपुर के 6 गेट से पानी निकासी जारी

बीसलपुर बांध के 6 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। बीसलपुर बांध के शुक्रवार को गेट खोले गए थे। शुक्रवार को 4 गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू की गई थी जो कि अनवरत जारी है। रविवार को 7,8,9,10,11 और 12 नम्बर गेट खोलकर 24040 क्यूसेक पानी प्रति सेंकड छोड़ा जा रहा है। हालांकि त्रिवेणी नदी में पानी की आवक में कमी आई है। त्रिवेणी रविवार को 3.40 मीटर पर बह रही है।

जयपुर में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश

जयपुर में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। रविवार को भी जयपुर के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई तो वहीं सांगानेर, जगतपुरा सहित कुछ इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश से जयपुर के पारे में गिरावट आई है। जयपुर का अधिकतम तापमान 28.8 और न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री दर्ज किया गया। सांगानेर के टीलावाला में रविवार को एक बांध टूट गया। इससे घरों में पानी घुस गया। इससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने मामले की जानकारी प्रशासन को दी। लेकिन घटना के कई घंटों की देरी के बाद प्रशासन ने ग्रामीणों की सुध ली।

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(Udaipur Kiran) / राजेश

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