धर्मशाला, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । किसानों की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए कोऑपरेटिव सेक्टर को बढ़ावा देना होगा। अगर देश का किसान सशक्त होगा तभी देश तरक्की कर सकेगा। यह बात सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने सहकारी आर्थिक ढांचे के जरिए असमानता को कम करने हेतू वैश्विक सहमति बनाने के विषय पर धर्मशाला के मैक्लोडगंज में शुक्रवार को आयोजित एशिया पेसिफिक सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कही। सम्मेलन का आयोजन कान्फेडरेशन आफ एनजीओएस आफ रुरल इंडिया द्वारा किया जा रहा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने मैक्लोडगंज में कहा कि देश के जिस हिस्से में बारिश अधिक होती है उस क्षेत्र में डैम का निर्माण किया जा सकता है, जिससे कि पानी को रोक कर खेतों में सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। डैम बनाने से किसानों को सूखे का सामना नहीं करना पड़ेगा और फसलों को नुकसान भी नहीं पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी को कम करने में भी किसानी मदद कर सकती है। किसान अपनी आय को बढ़ाने के लिए किसानी के साथ-साथ डेयरी फार्मिंग और मुर्गा पालन आदि कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू कर रही है। एमएसपी बढ़ाने पर भी चर्चा की जा रही है। केंद्र सरकार ने किसानों के लिए कानून बनाया था, लेकिन किसानों ने उसका विरोध कर दिया और एक साल बाद कानून वापस लेना पड़ा।
तिब्बती धर्मगुरु से नही मिल पाए अठावले
अठावले ने कहा कि तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के साथ अच्छे संबंध है। मैक्लोडंगज में उनके निवास स्थान पर उनसे मिलकर उनका आशीर्वाद लेना था, लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के कारण उनसे मिल नहीं सके। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म भारत से ही निकला है और इसे बढ़ावा देने की जरूरत है।
सुधीर शर्मा को नेता जी सुभाष चंद्र बोस वैश्विक नेतृत्व अवार्ड
सम्मेलन के दौरान आयोजकों द्वारा विधायक सुधीर शर्मा को नेता जी सुभाष चंद्र बोस वैश्विक नेतृत्व अवार्ड 2024 से नवाजा गया। इस मौके पर विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि दो दिवसीय एशिया पेसिफिक सम्मेलन में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की और सम्मलेन को संबोधित किया है। सुधीर ने कहा कि हिमाचल में कॉआपरेटिव सेक्टर में इतना बड़ा काम नहीं हुआ है और हमारे ग्रामीण क्षेत्र को एक साथ जोड़ कर के ग्रामीण क्षेत्र में खुशहाली लाने का प्रयास किया जाएगा।
शिमला मस्जिद मामले में सरकार का रवैया रहा नकारात्मक
शिमला में मस्जिद के विवाद पर सुधीर शर्मा ने कहा कि इस तरह के विवाद नहीं होने चाहिए। प्रदेश सरकार की इस मामले में ढील रही है क्योंकि सरकार मुद्दे को समझ नहीं पाई। इसके बाद यह विवाद उत्पन हुआ है और इस मामले में सिविल सोसाइटी के लोगों को सड़कों पर उतरना पड़ा। इस मामले को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री को स्वयं जाना चाहिए था, लेकिन इसके बजाय लोगों पर वाटर गन का इस्तेमाल किया गया और लाठी चार्ज किया गया जो कि गलत है। सुधीर शर्मा ने कहा की घायल लोगों को अस्पताल में ले जाने के लिए गाड़ियां भी नहीं थी। प्रशासन के सामने अगर कोई पांच मंजिला ढांचा खड़ा कर रहा है तो प्रशासन कहां सोया रहता है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया