धर्मशाला, 09 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।फायर सीजन में जंगलों में आग की घटनाएं अधिकतर मानवीय चूक से पेश आती हैं। ऐसे में जंगलों को आग से बचाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए पंचायत प्रतिनिधियों सहित हर वर्ग को जागरूक करना होगा। यह बात सेवानिवृत्त डीएफओ डा. अशोक कुमार सोमल ने बुधवार को धर्मशाला में प्रेसवार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि लोग अपने खेतों की सफाई करके घास को जलाते हैं, जो कि हवा से फैलकर जंगलों तक पहुंच जाती है। जिससे तापमान बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि पूर्व में जंगलों में आग लगने पर लोग उसे बुझाने का प्रयास करते थे, लेकिन अब ऐसा नजर नहीं आता। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में सतलुज और ब्यास नदी में आई बाढ़ से भी काफी नुकसान हुआ है। हालांकि लोगों को जागरूक करने की दिशा सरकार काम कर रही है, लेकिन इसमें जन सहभागिता जरूरी है। जिसके चलते डीसी कांगड़ा और सीसीएफ धर्मशाला से पंचायत प्रतिनिधियों को इस बारे जागरूक करने के लिए कार्य करने का आग्रह किया गया है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
