Chhattisgarh

शिक्षा गुणवत्ता स्तर को सुधारने के लिए फिर से पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं बोर्ड की तर्ज पर 

स्कूल में परिसर में उपस्थित बच्चे।

धमतरी, 2 फ़रवरी (Udaipur Kiran) ।स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर विद्यार्थियों के शिक्षा गुणवत्ता स्तर को सुधारने के लिए फिर से पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं , बोर्ड की तर्ज पर कराने जा रही है। जिसकी तैयारियों में जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा जुट गया है।होली त्योहार के बाद पांचवीं और आठवीं की वार्षिक परीक्षा हो सकती है। जिले में बेहतर परिणाम लाने के लिए वार्षिक परीक्षा से पहले तीन अभ्यास (टेस्ट) परीक्षा कराने की योजना बनाई जा रही है। इसकी तैयारी में जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा जुटा हुआ है। फरवरी और मार्च के पहले पखवाड़े तक तीनों टेस्ट पूर्ण कर लिया जाएगा।

एपीसी नंदकिशोर साहू ने बताया कि पांचवीं और आठवीं कक्षा की परीक्षा बोर्ड परीक्षा के तर्ज पर कराने की तैयारी चल रही है। परीक्षा को केंद्रीकृत परीक्षा का नाम दिया गया है। ताकि बच्चें बोर्ड परीक्षा के नाम से भयभीत न हों। छात्रों का बेहतर परिणाम लाने के लिए मिशन अव्वल के तर्ज पर हर महीने टेस्ट लिया जा रहा है। केंद्रीकृत परीक्षा से पहले तीन बार टेस्ट कराने की योजना बनाई गई है। दो बार जिला स्तर पर और एक बार राज्य स्तर पर अभ्यास परीक्षा लिया जाएगा। इसके लिए विभाग द्वारा तैयारी की जा रही है। 15 फरवरी के बाद टेस्ट ली जानी है, जिसे मार्च के पहले पखवाड़े तक समाप्त करना है ताकि बच्चे केंद्रीकृत परीक्षा के बारे में समझ सकें। जिले के शासकीय स्कूल के कक्षा पांचवीं के 8825 और आठवीं के 10191 छात्र – छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। टेस्ट में पाठ्यक्रम से सवाल पूछे जाएंगे। साथ ही समझ आधारित सवाल भी पूछे जाएंगे।

जानकारी के अनुसार पांचवीं और आठवीं के छात्र – छात्राएं केंद्रीकृत परीक्षा देंगे। इसमें फेल होने वाले छात्रों को पूरक परीक्षा देनी होगी। छात्रों को उसी कक्षा में दोबारा नहीं बिठाया जाएगा। अगली कक्षा छठवीं और नौवीं में प्रवेश दिया जाएगा। पहली से आठवीं तक की पढ़ाई के लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2010 लागू है। इस अधिनियम की धारा 16 के तहत पहली से आठवीं के किसी भी बच्चे फेल नहीं किया जाएगा। सत्र 2010 -11 में पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षा समाप्त कर दी गई थी। इससे छात्रों के शिक्षा गुणवत्ता में असर पड़ रहा था। अब फिर से बोर्ड के तर्ज पर केंद्रीकृत परीक्षा लेने की तैयारियां की जा रही है।

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(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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