कानपुर, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सीखने की कोई उम्र नहीं होती है, स्कूल में शिक्षा तो मिल जाती है। लेकिन जैसे जैसे हालत होते हैं उसे हर चीज वक्त सिखा देता है। वक्त ने ही मुझे संघर्ष की लड़ाई सिखा दिया और राजनीतिक पारी की शुरुआत कर दी है। कोर्ट कचहरी में अपने शौहर को बेकसूर साबित करने के लिए भरसक प्रयास किया, लेकिन अब जनता की अदालत में सुनवाई होगी और सीसामऊ में एक बार फिर साइकिल चलेगी। यह बातें रविवार को सीसामऊ विधानसभा सीट की सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कही।
सीसामऊ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी की शिक्षक सभा की रविवार को पार्टी कार्यालय में बैठक हुई और पहली बार पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी व सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी भाग लेकर राजनीतिक पारी की शुरुआत की। नसीम सोलंकी ने कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र के लोगों से हमारा पारिवारिक जुड़ाव है। पिछले छह चुनावों से यहां की जनता की सेवा हमारा परिवार कर रहा है। मेरे शौहर को गलत तरीके से फंसाया गया है और वह बेकसूर हैं। अगर वह बेकसूर न होते तो हम यहां न होते। शौहर को बेकसूर साबित करने के लिए कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाते लगाते थक गये हैं, लेकिन हार नहीं मानेंगे। अब जनता की अदालत में जाएंगे और सीसामऊ में एक बार फिर साइकिल ही चलेगी। इस लड़ाई को अपने संघर्ष और अपने पति के लिए लड़ रही हूं। यह चुनाव मेरा नहीं है जनता का है, मेरे लिए तो यह लड़ाई है जिसे मैं पिछले दो सालों से लड़ रही हूं।
वहीं सपा शिक्षक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सीएसजेएमयू के पूर्व कुलपति प्रो. वी पाण्डेय ने कहा कि शिक्षकों का हित सपा के अलावा कोई राजनीतिक पार्टी नहीं कर सकती। सपा सरकार में ही चाहे मानदेय शिक्षक हो या सरकारी सभी का हित मुलायम सिंह यादव ने किया है। शिक्षकों का हित सदैव सपा में ही हुआ है। इसलिए हम सभी शिक्षकों से अपील करते हैं कि सीसामऊ उपचुनाव में नसीम सोलंकी का समर्थन कर भारी मतों से विजयी बनायें। इस दौरान विधायक अमिताभ वाजपेयी, हसन रुमी, महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद आदि मौजूद रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / अजय सिंह