टीकमगढ़, 3 नवंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय मंत्री और क्षेत्रीय सांसद डॉ. वीरेंद्र कुमार रविवार की रात टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय का अचानक निरीक्षण करने के लिए पहुंच गए। उनके साथ उनके प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय के सर्जिकल वार्ड के साथ-साथ जनरल वार्ड में भी निरीक्षण किया और अस्पताल में भर्ती मरीजों से बात की।
अस्पताल में भर्ती मरीजों से उन्होंने पूछा कि मध्य प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार द्वारा उनको दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ मिल रहा है कि नहीं? वहीं उन्होंने पूछा कि आपको कर्मचारी या अधिकारी परेशान तो नहीं करते हैं? मरीजों ने बताया कि उन्हें केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ मिल रहा है और ड्यूटी पर देना डॉक्टर द्वारा उनकी केयर की जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री आयुष्मान कार्ड की सुविधा के बारे में भी मरीज से बात की, जिसके बारे में डॉक्टर ने उनको पूरी डिटेल दी और मरीजों ने बताएं कि आयुष्मान कार्ड का उन्हें पूरा लाभ मिल रहा है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार के अचानक जिला अस्पताल पहुंचते ही हड़कंप मच गया। ड्यूटी पर डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ ने तुरंत आनन-फानन में उनको पूरे मेडिकल वार्ड का भ्रमण कराया। वह जनरल वार्ड के साथ-साथ सर्जिकल वार्ड में भी गए और मरीजों से बात कर करते रहे। इस दौरान उन्होंने मरीज और डॉक्टर के साथ-साथ मेडिकल स्टाफ से बात की और कहा कि और टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय में क्या सुविधा चाहिए, जिससे कि मरीजों को परेशानी ना हो। उन्होंने कहा कि अगर कोई समान और सर्जिकल यंत्रों के साथ-साथ दवा की कमी है, तो इसके लिए वह प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखेंगे और केंद्रीय मंत्री को इस मामले में सूचित करेंगे।
केन्द्रीय मंत्री डॉ. कुमार करीब 7:30 के आसपास पहुंचे थे और वह करीब 8:30 तक टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय में रहे। ड्यूटी पर तैनात जिला चिकित्सालय के डॉक्टर सिद्धार्थ रावत से उन्होंने बात की और पूछा कि मरीजों को मध्य प्रदेश और भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ मिल रहा है कि नहीं मिल रहा है, अगर कोई समस्या है तो वह सूचित करें। इसके साथ ही उन्होंने मेडिकल स्टाफ से पूछा कि अगर आपको मरीजों की इलाज करने में कोई परेशानी या सामान की कमी है तो वह तुरंत मुझे सूचित करें, जिससे कि टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय को आधुनिक और सुविधाजनक बनाया जा सके, जिससे कि जिले के साथ-साथ निवाड़ी जिले से आने वाले मरीजों को जिला चिकित्सालय में कोई परेशानी न हो।
(Udaipur Kiran) तोमर