
जयपुर, 27 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से इस समय एक बड़ी और सुखद खबर सामने आई है। यहां निवास कर रही प्रसिद्ध बाघिन ‘रानी’ ने दूसरी बार शावकों को जन्म दिया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार रानी ने कुल पांच शावकों को जन्म दिया है। पार्क प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों में इस खबर से खुशी की लहर दौड़ गई है।
बाघिन रानी इससे पहले भी मातृत्व का सुख प्राप्त कर चुकी है। उसने पहले भीम और स्कंदी नामक दो शावकों को जन्म दिया था, जो आज नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के आकर्षण का मुख्य केंद्र बने हुए हैं। अब रानी ने फिर से पांच नए जीवन को जन्म देकर पार्क के बाघ संरक्षण कार्यक्रम को मजबूती प्रदान की है।
जानकारी के अनुसार वर्तमान में बाघिन और उसके शावक स्वस्थ हैं। पार्क प्रशासन द्वारा साझा की गई प्रारंभिक तस्वीरों में एक सफेद शावक और दो गोल्डन रंग के शावक स्पष्ट रूप से नजर आ रहे हैं। हालांकि, अभी सभी शावकों की सही संख्या और स्वास्थ्य स्थिति का आकलन विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है।
बाघिन रानी की इस उपलब्धि को लेकर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के अधिकारी बेहद उत्साहित हैं। पार्क प्रबंधन ने विशेष सतर्कता बरतते हुए रानी और उसके शावकों के रहने के क्षेत्र को आम दर्शकों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया है, ताकि मां और नवजात शावकों को पूरा आराम और सुरक्षित माहौल मिल सके।
वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार बाघों के संरक्षण और पुनर्वास की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। आने वाले दिनों में शावकों के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी की जाएगी और उनकी विकास प्रक्रिया को वैज्ञानिक पद्धति से दर्ज किया जाएगा।
वन्यजीव प्रेमियों और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोगों के लिए यह खबर उम्मीद की एक नई किरण लेकर आई है। आने वाले महीनों में, जब शावक बड़े होंगे, तब नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बाघों की संख्या में और वृद्धि देखने को मिलेगी, जिससे जैव विविधता और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को बल मिलेगा।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
