
सवाई माधोपुर, 1 जून (Udaipur Kiran) । रणथंभौर टाइगर रिजर्व से जंगली जानवरों के बाहर आने का सिलसिला लगातार जारी है। रविवार सुबह एक बार फिर शेरपुर गांव के पास हेलीपैड क्षेत्र में एक टाइगर के पहुंचने से हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद टाइगर को ट्रेंक्युलाइज कर जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।
वन विभाग से प्राप्त वजानकारी के अनुसार शनिवार रात से ही टाइगर का मूवमेंट शेरपुर हेलीपैड के पास था। अंधेरा होने के कारण शनिवार रात कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। रविवार सुबह करीब 6:30 बजे वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो टाइगर झाड़ियों में छिपा मिला। उसे ट्रेंक्युलाइज करने में दिक्कत आने पर जेसीबी मंगवाई गई।
इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण भी वहां इकट्ठा हो गए, जिन्हें पुलिस और वन विभाग ने टाइगर से सुरक्षित दूरी पर रोका। टीम ने जेसीबी की मदद से झाड़ियों में छिपे टाइगर को ट्रेंक्युलाइज किया और रणथंभौर टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू वाहन से उसे जंगल में छोड़ दिया।
उल्लेखनीय है कि बीते डेढ़ महीने में यह तीसरी घटना है जब पेरीफेरी (गांवों की सीमा) क्षेत्र में वन विभाग ने टाइगर को ट्रेंक्युलाइज किया है। इससे पहले सवाई विलास होटल, कुतलपुरा मालियान और अब शेरपुर हेलीपैड क्षेत्र में टाइगर पकड़े जा चुके हैं।
वन विभाग पहले भी बाघिन ‘कनकटी’ को ट्रेंक्युलाइज कर एनक्लोजर में भेज चुका है, जिसने एक रेंजर और सात वर्षीय बालक पर हमला कर जान ले ली थी। लगातार हो रही इन घटनाओं से ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है। वन विभाग की टीम का कहना है कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए है और जंगल से बाहर निकलने वाले टाइगर्स को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू कर वापस जंगल में भेजा जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
