


धमतरी , 27 अप्रैल (Udaipur Kiran) । माओवादी अतिसंवेदनशील क्षेत्र के जंगल में सर्चिंग के दौरान डीआरजी व सीएएफ जवानों की संयुक्त टीम को घने जंगलों के बीच माओवादियों द्वारा डंप किया हुआ कुकर, पाइप और टिफिन बम बरामद हुआ है। इसके अलावा कई माओवादी सामाग्रियों को जब्त करके पुलिस जवानों ने कार्रवाई की है। डंप सामाग्रियों के अनुसार इस क्षेत्र के जंगलों में अभी भी माओवादियों की आवाजाही जारी है। पुलिस की मानें, तो बस्तर में फोर्स के दबाव बढ़ने के कारण माओवादी धमतरी क्षेत्र के जंगलों में शरण लेते हैं। इन दिनों बस्तर क्षेत्र में फोर्स का दबाव बढ़ चुका है, ऐसे में माओवादी वहां से भागकर नगरी के माओवाद अतिसंवेदनशील क्षेत्र के गांवों के जंगलों में शरण लेने की आशंका है।
एएसपी शैलेन्द्र पांडेय ने रविवार काे बताया कि जिला धमतरी के नगरी डीआरजी और सीएएफ खल्लारी के जवानों की संयुक्त टीम 26 अप्रैल को सर्चिंग आपरेशन पर थाना खल्लारी के चमेन्दा, साल्हेभाट क्षेत्र मेंं रवाना हुई थी। इस दौरान जवानों को सुबह आठ बजे चमेंदा व साल्हेभाट के बीच जंगल में माओवादियों द्वारा डंप किया गया माओवादी सामाग्री मिला है, जिसमें तीन कुकर बम, तीन अमूल दूध के डिब्बे (बम), दो पाइप बम व एक टिफिन बम, एक वाकी टाकी मिला है। साथ ही घटना स्थल पर माओवादियों की दवाईयां व दैनिक उपयोगी बर्तन, राशन व अन्य सामाग्रियों को पुलिस जवानों ने जब्त किया है। जवानों ने बताया कि माओवादियों ने अलग-अलग थैले को एक त्रिपाल पालीथिन व नीले कलर के प्लास्टिक ड्रम में डाल कर दो अलग-अलग जगह डंप किया था।
बीडीएस टीम ने डंप किए बमों को किया डिफ्यूज
जानकारी के अनुसार घटना स्थल खल्लारी थाना क्षेत्र के होने से खल्लारी थाना में अज्ञात प्रतिबंधित माओवादियों के विरुद्ध जुर्म दर्ज कर मामला विवेचना में लिया गया है। जवानों द्वारा जंगल से जब्त किए तीन नग कुकर बम,दो नग पाईप बम, एक नग टिफिन बम को डिफ्यूज किया है। वहीं एक नग वाकी टाकी सहित दैनिक उपयोगी माओवादी सामान को बरामद किया है। बीडीएस टीम ने डंप किये बम को डिफ्यूज कर माओवादियों के मनसूबे को नाकाम किया है। एसपी सूरज सिंह परिहार ने धमतरी पुलिस, नगरी डीआरजी सहित सीएएफ की टीम को सूचना तंत्र मजबूत कर लगातार माओवादी विरोधी माओवाद सर्चिंग अभियान चलाए जाने का निर्देश दिए है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के जंगलों में माओवादियों की चहल-कदमी बस्तर क्षेत्र में फोर्स के दबाव बढ़ने की वजह से बढ़ गई है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
